उदयपुर। शहर की ये जगह रजवाड़ी विरासत की एक धडक़न हैं। इस धडक़न के आगे तो सब नतमस्तक है। तभी तो मेवाड़ में जब कभी उत्सव की बहार आती है सबसे पहले यहां रौनक दिखाई देती है। इसके रंग में अलग तरह की तासीर, इसके स्पर्श से गुजरती हवाओं में अलग तरह का अपनापन और इसके चरणों में बहते पानी में अलग तरह की हलचल है। तभी तो पूरा मेवाड़ जब भी थिरकना चाहता है तब गणगौर घाट की आगोश में समाना चाहता है। विश्व विरासत दिवस पर गणगौर घाट की थिरकती हुई तस्वीर को अपने कैमरे में कैद किया है शहर के वरिष्ठ फोटो जर्नलिस्ट Rajdeep Rakesh ने।