राजसमंद, चेतना भाट। शारीरिक शिक्षकों की डीपीसी को लेकर राज्य सरकारों द्वारा लम्बे समय से संवेदनहीनता दिखाई जा रही हैं। प्रदेश में जहां एक और 2008 में चयनित प्रबोधकों के प्रमोशन की नीति बनाई जा चुकी हैं वही तीन से ज्यादा दशकों से फिजिकल टीचर्स पदोन्नति हेतु प्रतीक्षारत हैं। इन्हीं मांगो को लेकर संगठन के जिलाध्यक्ष दिनेश सनाढ्य व सचिव विद्याधर सालवी के नेतृत्व में मुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री के नाम एडीएम को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मांग की हैं कि शारीरिक शिक्षकों की नियमित वर्गवार डीपीसी की जावें एवं सम्भाग स्तरीय पात्रता सूची शीघ्र जारी कर पदोन्नति की जावें। शारीरिक शिक्षकों के पद सृजन में नामांकन की बाध्यता समाप्त करते हुए प्रत्येक उप्रावि में एक तृतीय श्रेणी, मावि में द्वितीय श्रेणी तथा उमावि में प्रथम श्रेणी शारीरिक शिक्षक का पद दिया जाए। स्वास्थ्य एवं शारीरिक शिक्षा विषय को प्रदेश में अनिवार्य किया जावें। प्रारंभिक शिक्षा विभाग व माध्यमिक शिक्षा विभाग में शारीरिक शिक्षकों का एकीकृत जॉब चार्ट जारी किया जावे। इस अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश गुर्जर, श्यामसिंह सिसोदिया, ब्लॉक अध्यक्ष पूरणमल दाधीच, कन्हैयालाल करोतिया, रमेशचंद्र छीपा, रविंद्र शर्मा मौजूद थे।