पिछले 20 वर्षों से निरंतर आ रहा है परिवार
राजसमंद, चेतना भाट। चारभुजा धर्म नगरी श्रद्धालुओं के आस्था एवं श्रद्धा का केंद्र है। जहां पर प्रतिदिन कई लोग प्रभुश्री चारभुजानाथ के दर्शनों के लिए आते है। कोविड-19 के दौरान बंद मंदिर के पुन: प्रारंभ होने के साथ ही चारभुजा में यात्रियों के आने का क्रम चालू हो गया है। चित्तौडग़ढ़ जिले के भदेसर तहसील के बाणसेन गांव से वैष्णव बैरागी समाज के श्यामदास वैष्णव अपने परिवार के साथ प्रतिवर्ष चतुर्थदशी को चारभुजा आते है तथा मीरा बाई मंदिर चौक से चारभुजा मंदिर प्रांगण तक वह लेटकर अपनी मन्नत पूरी करता है। इस वर्ष भी रविवार को चारभुजा पहुंचे श्यामदास वैष्णव अपने परिवार के साथ चारभुजा पहुंचे तथा मीरा बाई मंदिर चौक से लेटते हुए चारभुजा मंदिर पहुंचे। मार्ग में लोगों ने पुष्प वर्षा से वैष्णव का स्वागत किया। नारूलाल गुर्जर ने बताया कि यह दल पिछले 20 वर्षों से यहां आ रहा है। जिसमें 10 महिलाएं एवं 17 पुरुष शामिल है। दल ने भगवान को संध्या आरती के बाद भोग मनोरथ करवा कर प्रसाद ग्रहण किया तथा रात्रि मंदिर चौक में भजन संध्या का आयोजन भी किया गया। उनके साथ जगदीश किशोर कुमार गाडरी नंदलाल सहित महिला पुरुष मौजूद थे।

मंगल प्रवेश के साथ ही हुआ मुनिवृंदों का हुआ आध्यात्मिक मिलन

राजसमंद। श्रमण संघीय भीष्म पितामह गुरुदेव सुमति प्रकाश मसा, उपाध्याय प्रवर, वाचनाचार्य विशाल मुनि मसा, उप प्रवर्तक अभिषेक मुनि मसा आदि ठाणा 6 ने शनिवार को नाकोड़ा त्रिशूल मार्बल से विहार कर कांकरोली नया बाजार स्थित महावीर भवन में प्रवेश किया। गुरु अंबेश सौभाग्य नवयुवक मंडल महामंत्री भैरुलाल हिंगड़ ने बताया कि संत मंडल नाथद्वारा में मेवाड़ प्रवर्तक मदन मुनि मसा से मिलन व श्रमण संघीय महामंत्री सौभाग्य मुनि कुमुद का 84वां जन्मोत्सव समारोह मना कर आगे पंजाब की ओर पैदल विहार करने के दौरान महावीर भवन कांकरोली पदार्पण हुआ। इस दौरान श्रीसंघ अध्यक्ष देवीलाल हिंगड़, मंत्री रोशनलाल डांगी, सुरेशचंद्र हिंगड़, भेरुलाल हिंगड़, प्रवीण बोल्या, संजय बोल्या, संपतलाल चंडालिया आदि उपस्थित थे।