राजसमंद सांस्कृतिक सरंचना की गंगोत्री : एडीएम

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राजसमंद। साकेत संस्थान की ई-बुक का विमोचन करते अतिरिक्त जिला कलक्टर राकेश कुमार।

साकेत संस्थान की ई-बुक का विमोचन
राजसमंद, चेतना भाट। जिला सांस्कृतिक सरंचना की गंगोत्री हैं, यहां की भौगोलिक ऐतिहासिक धार्मिक विविधता अपने आप में अनूठी एवं विशाल हैं। साहित्यिक उर्वरा की इस धरा के साहित्यकारों द्वारा जिले को केंद्रित विशेषताओं को कविता में पिरोना सराहनीय कार्य हैं। यह विचार अतिरिक्त जिला कलक्टर राकेश कुमार ने साकेत साहित्य संस्थान द्वारा प्रकाशित हमारा जिला राजसमन्द ई-बुक के विमोचन के सादे कार्यक्रम के अवसर पर व्यक्त किए। ई-बुक के संपादक नारायणसिंह राव ने बताया कि जिले के स्थापना दिवस पर साहित्यकारवृन्द द्वारा जिले को केंद्रित रचित कविताओं का संकलन तैयार किया गया हैं एवं सॉफ्ट कॉपी के द्वारा सोशियल मीडिया पर प्रचारित किया जाएगा। साकेत संस्थान के जिलाध्यक्ष परितोष पालीवाल ने कहा कि यह जिले के साहित्यकारों की स्वप्रेरित भावना का प्रतीक हैं जो विशेष प्रसंग पर सामाजिक सरोकारों से संदर्भ में साहित्य का प्रकाशन करते हैं। इस अवसर पर साहित्यकार परितोष पालीवाल, नारायणसिंह राव, राधेश्याम राणा, कमलेश जोशी, दिनेश शर्मा, रमेश कुमार जीनगर उपस्थित थे।

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