राजसमंद, चेतना भाट। जिले भर में गुरुवार को संविधान दिवस मनाया गया। जिले के कृषि विज्ञान केन्द्र में भारतीय संविधान के 71 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में केन्द्र के परिसर में संविधान दिवस आयोजित किया गया। वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. पीसी रेगर ने बताया कि कार्यक्रम में 32 महिला एवं कृषक प्रशिक्षणार्थियों ने भाग लिया। उन्होंने बताया कि भारतीय संविधान की प्रस्तावना एवं मौलिक कर्तव्य के बारे में बताया एवं इसकी महत्ता एवं विशेषता पर प्रकाश डाला तथा भारतीय संविधान की उपलब्धियोंए विशेषताओं के बारे बताया। डॉ. रेगर ने बताया कि वस्तुत: आज भारत के नागरिक के रूप में हमें संविधान प्रदत्त अधिकारों से अधिक उसके द्वारा निर्धारित कर्तव्यों पर ध्यान देने की आवश्यकता है। इस अवसर पर मृदा वैज्ञानिक डॉ. मनीराम, रामलाल कुमावत, जीवाराम, विजयसिंह एवं सभी अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे। इसी के साथ जिले के विभिन कार्यालयों में डॉ. भीमराव अम्बेडकर के चित्र के पर पुष्प अर्पित कर संविधान की प्रस्तावना का पठन किया गया। जिले के आयकर कार्यालय में आयकर अधिकारी शाबीर मोहम्मद, आयकर निरीक्षक रामनिवास ओला, रमेश चन्द्र मीणा एवं प्रवीण चन्द्र जलुथरिया उपस्थित रहे।

राजसमंद। संविधान दिवस पर कृषि विज्ञान केन्द्र में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेते कृषक महिला-पुरुष।

हस्ताक्षर अभियान व शपथ समारोह का आयोजन

संविधान दिवस पर कुंचोली राउमावि में स्काउट्स व ग्राम पंचायत के संयुक्त तत्वाधान में संविधान दिवस समारोह मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सरपंच निर्मला देवी भील ने की। राजस्थान राज्य भारत स्काउट व गाइड के सहायक लीडर ट्रेनर स्काउट व शारीरिक शिक्षक राकेश टांक ने सभी को शपथ दिलवाई गई। इस मौके पर स्काउट्स द्वारा कोरोना के विरुद्ध हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत की। जिसमें कोरोना महामारी के बारे में ग्राम वासियों को समझाने के लिए हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत की। इस अवसर पर ग्राम विकास अधिकारी हरीश कुमार मीणा, पंचायत सहायक स्वास्थ्य विभाग से एएनएम पुष्पा गायरी, स्काउट विभाग से राकेश टांक सहित आयुर्वेदिक विभाग, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता आशा, सहयोगिनी, समाजसेवी, बीएलओ व विद्यालय के अध्यापकों ने ग्रामवासियों में कोरोना को हराने शपथ लेते हुए हस्ताक्षर किए।

कारागृह में कैदियों को दिलाई संविधान की शपथ

संविधान दिवस पर गुरुवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव नरेन्द्र कुमार की अध्यक्षता में जिला कारागृह में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस मौके पर प्राधिकरण सचिव ने उपस्थित कैदियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि क्षमा बडऩ को चाहिए छोटन को उत्पात अर्थात क्षमाशील व्यक्ति होना बढ़प्पन होता है। तुच्छ सोच रखने वाले व्यक्ति में हमेशा उत्पात, अपराध की भावना रहती है। उन्होंने कैदियों को अधिकारों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि अपराध के प्रमुख कारण गरीबी, अशिक्षा, नशाखोरी तथा जमीन विवाद होते है। उन्होंने कैदियों को संविधान की शपथ के साथ ही अच्छे नागरिक बनने का संकल्प दिलाया व नशे से दूर रहने की सलाह दी। उन्होंने अपराधी परीवीक्षा अधिनियम, अभियुक्तों के अधिकारों, प्ली-बारर्गेनिंग, जमानत आदि के प्रावधानों की जानकारी के साथ ही विधिक सेवाएं योजना, 2015, लोक अदालत, नि:शुल्क विधिक सहायता, अभियुक्तों के अधिकार, मध्यस्थता, पीडित प्रतिकर स्कीम, अपराधी परिवीक्षा अधिनियम की जानकारी बन्दियों को प्रदान की। इस अवसर पर कारागृह उपाधीक्षक जसवंतसिंह, चिकित्साधिकारी दीपक शर्मा एवं कर्मचारियों सहित बंदीगण उपस्थित थे। इसी प्रकार तुलका विधिक सेवा समिति भीम में भी अध्यक्ष अजीत कुड़ी की अध्यक्षता में संविधान दिवस मनाया गया। जिसमें समिति अध्यक्ष अजीत कुड़ी ने संविधान की शपथ दिलाते हुए संविधान में उल्लिखित मूल कर्तव्यों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक नागरिक को संविधान का पालन करना चाहिए। उसके आदर्शों, संस्थाओं, राष्ट्रध्वज और राष्ट्रगान का आदर करना चाहिए। सार्वजनिक संपत्ति को सुरक्षित रखना चाहिए व हिंसा से दूर रहना चाहिए। स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आंदोलन को प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शों को ह्दय में संजोए रखे और उनका पालन करें। इस अवसर पर अभियोजन अधिकारी पुरुषोत्तमलाल नामा, अधिवक्ता इंद्रजीत खत्री, भगवानसिंह, अजयसिंह, करणवीरसिंह, नैनासिंह, रीडर सुनील गुप्ता, तुलका सचिव मयंक राजपूत सहित कई कर्मचारीगण एवं अधिवक्तागण व पक्षकारान उपस्थित थे।