ओम पुरोहित की रिपोर्ट

उदयपुर। जिले की मावली पंचायत समिति के 24 वार्डाें में होने वाले चुनाव लगातार रंग बदलते जा रहे है। यहां चुनावी बिसात कभी बन रही है तो कभी बिगड़ रही है। एक सीट कांग्रेस के खाते में जाने से कांग्रेस में उबाल है जबकि विधायक धर्मनारायण जोशी के इंतजार में प्रत्याशी और कार्यकर्ता बांट जो रहे है। बता दें कि 8 अक्टूबर को विधायक धर्मनारायण जोशी कोराना की चपेट में आ गए है। जनमानस का कहना है कि इसके बाद भी विधायक जी दिखाई नहीं दे रहे है। हालांकि चुनाव की कमान बड़े पदाधिकारियों ने संभाल रखी है कि मगर फिर भी हालात काबू में होते हुए नहीं दिखाई दे रहे है। हालांकि चुनाव से पूर्व कई बार चुनावी समीकरण बदलेंगे और बिगड़ेंगे मगर हमारी टीम ने ग्राउंड पर जाकर लोगों से बात की तो हालात और मंजर कुछ अलग ही दिखाई दिया।

Dali Chand Dangi

लोगों का कहना है कि सीपी जोशी के साथ अंतिम बार पौधरोपण कार्यक्रम में विधायक धर्मनारायण जोशी दिखाई दिए इसके बाद वा नदारद से हो गए। उनका क्षेत्र में निष्क्रिय रहना इस चुनाव में साफ दिखाई दे रहा है। सोमवार को पूर्व विधायक दलीचंद डांगी को कुराबड़ से मावली क्षेत्र में जीत के लिए कमान सौंपी गई। आमजन का कहना है कि सालेरा और नामरी में सभा लेने के बाद दलीचंद का मानस बदल गया और फिर उन्होंने कुराबड़ का रूख किया। हमारी टीम ने इस बारे में उनसे बात की तो उनका कहना था कि आलाकमान ने मुझसे बिना पूछे ही निर्णय ले लिया जबकि मैंने कुराबड़ में अच्छी तैयारी कर रखी है।

इस बात से ये तो साफ झलकता है कि दलीचंद डांगी मावली से ज्यादा कुराबड़ पंचायत समिति में क्यों रूचि दिखा रहे है, वजह ये हो सकती है कि कुराबड़ में भाजपा की जीत का सेहरा दलीचंद डांगी अपने सर पर बांधने को आतूर है जबकि मावली का ठिकरा अपने माथे फुड़वाने के लिए तैयार नहीं है। यहां पुष्कर डांगी पर एक सीट पर खरीद-फरोख्त के आरोप भी जोर पकड़ते हुए दिखाई दे रहा है। भाजपा इस मुद्दे को भुनाने के प्रयास में है।