खमनोर, रेलमगरा एवं नवगठीत देलवाड़ा पंचायत समिति के लिए कल होगा मतदान
राजसमंद, चेतना भाट। जिले के जिला परिषद सदस्य एवं पंचायत समिति सदस्यों के लिए हो रहे चुनाव के तहत मतदान के दूसरे चरण के लिए खमनोर, रेलमगरा एवं नवगठीत देलवाड़ा पंचायत समिति सदस्यों एवं जिला परिषद सदस्यों के लिए शुक्रवार प्रात: 7:30 बजे से मतदान होगा। खमनोर, रेलमगरा एवं नवगठीत देलवाड़ा पंचायत समिति में प्रधान बनाने के लिा भाजपा व कांग्रेस के पदाधिकारियों ने कमर कस ली है। बुधवार सायं पांच बजे के बाद सम्बंधित क्षेत्र में प्रचार-प्रसार पर रोक लग गई है। इसके बाद प्रत्याशी व समर्थक डोर टू डोर संपर्क कर सकेगें। नाथद्वारा विधानसभा क्षेत्र की तीनों पंचायत समितियों खमनोर, रेलमगरा व देलवाड़ा में सरवाड़ में अपना प्रधान बनाने के लिए भाजपा ने पूरी ताकत झोंक दी है। इधर, पिछले एक सप्ताह से क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशियों के समर्थन में ताबड़ तोड़ नुक्कड़ सभाओं को संबोधित कर रहे कांग्रेस जिलाध्यक्ष देवकीनंदन गुर्जर के साथ प्रदेश की गहलोत सरकार को घेरने के लिए भाजपा की ओर से पूर्व गृहमंत्री विधानसभा नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के साथ सासंद दियाकुमारी, भाजपा जिलाध्यक्ष विरेन्द्र पुरोहित, पूर्व जिलाध्यक्ष नंदलाल सिंघवी, भाजपानेता संगीता चौहान, महेन्द्रसिंह चौहान, सुनील जोशी, कैलाश चौधरी, पूर्व पालिकाध्यक्ष अशोक रांका के साथ विधानसभा चुनाव के टिकटार्थी चुनाव मैदान में कूद चुके हैं। ये सभी पदाधिकारी भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में प्रचार करने चुनाव मैदान में आ गए हैं। ये पूरे दमखम के साथ चुनाव मैदान में भाजपा प्रत्याशियों के लिए वोट मांग कर क्षेत्र की पंचायतों में चुनाव प्रचार कर रहे हैं। क्षेत्र में भाजपा का प्रधान बनाने के लिए गत दिनों दिनों से नेताप्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के साथ सासंद दिया कुमारी कार्यकर्ताओं में ऊर्जा व उत्साह भरने का प्रयास कर चुके हैं। उल्लेखनीय है कि 27 नवंबर को क्षेत्र में पंचायत समिति सदस्य व जिला परिषद सदस्यों के लिए मतदान होना है। मतदान के लिए अब मात्र एक दिन शेष बचे हैं।


कांग्रेस के लिए जहां प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है यह चुनाव


यह पंचायत चुनाव कांग्रेस के लिए जहां प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है वहीं भाजपा के लिए चुनौती है। कांग्रेस की कमान इस बार विधानसभा अध्यक्ष एवं नाथद्वारा विधायक डॉ सीपी जोशी के नाम से कांग्रेस जिलाध्यक्ष देवकीनंदन गुर्जर के हाथ है, वे पिछले दिनों से लगातार क्षेत्र का दौरा कर कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाने की कवायद में जुटे हैं, वहीं पिछले तीन दिनों से जिले के कांग्रेस पदाधिकारी एवं स्वयं कांग्रेस जिलाध्यक्ष गुर्जर कांग्रेस प्रत्याशियों के समर्थन में ताबड़ तोड़ नुक्कड़ सभाएं कर कांग्रेस के पक्ष में हवा बनाने के प्रयास कर रहे हैं। उनकी नुक्कड़ सभाओं में भीड़ उमड़ती देख भाजपा नेताओं की नींद उड़ गई है। भाजपा ने शहरी कार्यकर्ताओं को अलग अलग पंचायतों में जिम्मेदारी सौंपी है वहीं सासंद दिया कुमारी एवं नेताप्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, भाजयूमो प्रदेशाध्यक्ष हिमांशु शर्मा सहित अन्य नेताओं को चुनाव प्रचार के लिए बुलाया गया था। है। कुल मिलाकर भाजपा चारों तरफ से कांग्रेस को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रही। जिलाध्यक्ष विरेन्द्र पुरोहित का दावा है कि नाथद्वारा विधानसभा की रेलमगरा, खमनोर व देलवाड़ा सहित जिले की आठों पंचायत समितियों में भाजपा का प्रधान बनेगा वहीं जिला परिषद के सभी सदस्य क्षेत्र से जीतकर जाएंगे। हालांकि शुरुआती दौर में भाजपा चुनाव प्रचार में काफी पीछे चल रही थी जो अब तेजी से आगे बढ़ती दिखाई दे रही है।


भाजपा नेताओं ने चुनाव में लगाई ताकत


भाजपा के आधा दर्जन स्थानीय दिग्गजों सहित अन्य नेताओं ने पूरी ताकत चुनाव प्रचार में झोंक दी है। लेकिन सवाल है कि कई धड़ों में बंटी भाजपा क्षेत्र के मतदाताओं में अपना कितना असर दिखा पाएगी। वैसे तो अक्सर देखने में आया है कि गांवों की सरकार सत्ता के साथ चलती है, ऐसे में अलग-अलग गुटों में बंटी भाजपा के समक्ष तीनों पंचायतों में अपना प्रधान बनाना बड़ी चुनौती है। खमनोर, देलवाड़ा व रेलमगरा क्षेत्र में कांग्रेस मजबूत स्थिति बनाये हुए है यहां भाजपा को बढ़त पाने के लिए एडी से चोटी तक जोर लगाना होगा। कांग्रेस कजिलाध्यक्ष देवकीनंदन गुर्जर जहां नुक्कड़ सभाओं में मतदाताओं से अपील कर रहे हैं कि गांवों के चहुमुंखी विकास के लिए कांग्रेस प्रत्याशियों को जीता कर सरकार की कड़ी से कड़ी जोड़े। अब देखना ये है कि क्षेत्र के मतदाता कड़ी से कड़ी जोड़ते हैं या कड़ी को हथकड़ी लगाते हैं। कांग्रेस व भाजपा के क्षेत्रीय दिग्गजों के चुनाव मैदान में जुट जाने से चुनाव अपने अंतिम दौर में काफी रोमांचक हो गया है। कई पंचायतों में टक्कर भी बराबरी की हो गई है। दोनों ओर के कार्यकर्ताओं में उत्साह नजर आने लगा है।


कांग्रेस जिलाध्यक्ष की प्रतिष्ठा दांव पर


कांग्रेस जिलाध्यक्ष देवकीनंदन गुर्जर की राजनेतिक प्रतिष्ठा दाव पर लगी हुई है। गौरतलब है कि गुर्जर ने वर्ष 2015 में विधानसभा एवं गत लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा था। हालांकि गुर्जर दोनों ही चुनाव हार गए। लेकिन इस बार जिला परिषद में जिला प्रमुख के पद ऑबीसी महिला के लिए आरक्षित होने के चलते जिला प्रमुख पद पर काबिज होने के लिए कांग्रेस जिलाध्यक्ष देवकीनंदन गुर्जर ने अपनी पत्नि सुरजदेवी गुर्जर को जिला परिषद के वार्ड संख्या पांच पर टीकीट देकर चुनाव मैदान में उतारा है। वहीं भाजपा की ओर से पेट्रोल पंप व्यवसाई कैलाश चौधरी की पत्नि शशीदेवी गुर्जर को कांग्रेस प्रत्याशी की प्रतिद्वंधी बनाकर मैदान में उतारा है। कांग्रेस प्रत्याशी क्षेत्रिय विधायक व विधानसभा अध्यक्ष डॉ सीपी जोशी द्वारा किए गए विकास के सहारे तो भाजपा प्रत्याशी केन्द्र की मोदी सरकार के पक्ष में एवं प्रदेश की वादा खिलाफी कांग्रेस सरकार का दुष्प्रचार कर राष्ट्रीय मुद्दो पर वोट मांग रहें है।