राजसमंद, चेतना भाट। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए राज्य सरकार ने कोरोना गाइड लाइन बनाकर उसकी पालना के लिए सख्त नियम बनाए गए है। उसके लिए राज्य सरकार जागरूकता अभियान चलाकर कोरोना महामारी से बचने के लिए सोशल डिस्टेसिंग की पालना, फेस मास्क का अनिवार्यता से उपयोग सहित कई नियम बनाए है। लेकिन सरकारी कार्यालय में ही इन नियम कायदों को ताक में रखा जा रहा है। यह नजारा मंगलवार को जिला मुख्यालय के कांकरोली स्थित कोराना जांच केन्द्र पर देखने को मिला। वहां पर कोरोना सैंपल लेने वाले कर्मचारियों ने स्वयं बिना मास्क के कार्यालय में काम करते दिखे। जब कैमरा मैन ने उनके फोटो खिंचे तो एक कर्मचारी नो तो मास्क पहन लिया। लेकिन वहां पर कम्प्यूटर पर कार्यरत एक कर्मचारी ने मास्क पहनना अनिवार्य नहीं समझा। उनका मानना था कि अगर कोरोना होना है तो होकर रहेगा, मास्क के उपयोग से कौनसा बचाव हो जाएगा। जब चिकित्सा केन्द्र जैसे अति संवेदनशील स्थानों पर कर्मचारी मास्क का उपयोग नहीं करेंगे तो आमजन को क्या सीख देंगे। जिला प्रशासन के साथ चिकित्सा विभाग को भी सतर्क होकर एैसे कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही करनी होगी।

अपने चहेतों के पहले ले रहें है सैंपल

यहीं नहीं कांकरोली के कमला नेहरू अस्पताल में बनाए गए कोरोना सैंपल कलेक्शन केन्द्र पर कार्यरत कर्मचारी कोरोना के सैंपल लेने में भी धांधली कर रहें है। वे अपने परिचित लोगों के सैंपल पहले ले रहें है, बल्कि अन्य अनजान सामान्य लोगों को सैंपल देने के लिए उनको घंटों इंतजार करना पड़ रहा है।

जिले में 21 नए कोरोना संक्रमित

राज्य स्तर से मंगलवार को प्राप्त कोरोना सैम्पल की जांच रिपोर्ट में जिले से 21 व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाए गए है। जिनमें राजसमंद ब्लॉक से 8 व्यक्ति, नाथद्वारा खमनोर ब्लॉक से 8 व्यक्ति, रेलमगरा ब्लॉक से 5 व्यक्ति संक्रमित पाए गए है। सभी को स्थिति के अनुसार घर पर तथा संस्थागत आइसोलेशन में रखा गया है तथा पोजिटिव के सम्पर्क में आने वाले लोगों के सैम्पल लेने की कार्यवाही शुरू कर दी गई है। यह जानकारी सीएमएचओ डॉ. प्रकाशचन्द्र शर्मा ने दी।