इन दिनों प्रशासन दोहरी जिम्मेदारियों और चुनौतियों से सामना कर रहा है। एक तरफ लगातार कोरोना पैर पसार रहा है और दूसरी तरफ डूंगरपुर जिले के कांकरी डूंगरी पहाड़ी पर 17 दिन से चल रहा अभ्यर्थियों का प्रदर्शन लगातार उग्र होता जा रहा है। खबर है कि दूसरे दिन भी यहां प्रदर्शन काफी उग्र रहा। शुक्रवार को प्रदर्शनकारियों ने उदयपुर-अहमदाबाद नेशनल हाईवे पर उपद्रव जारी रखा। ये भी खबर आ रही है कि उपद्रवियों से हाईवे खाली कराने पहुंची पुलिस पर पहाड़ी से पथराव हो रहा है। साथ ही उपद्रवी ट्यूब से बनाई गुलेल से पुलिस पर पत्थर फेंक रहे हैं। इधर, प्रशासन समझाइश कर इस पूरे मामले को शांति से हल करवाने के लिए जुटा हुआ है। दस लोगों के एक प्रतिनिधिमंडल से प्रशासन वार्ता चल रही है। पुलिस उपद्रवियों को एक किलोमीटर तक खदेड़ती रही और जाम में फंसे वाहनों को निकलवाने के प्रयास करती रही। कुछ उपद्रवियों को हिरासत में लेने की भी खबर है। प्रदर्शनकारी भुवाली के पास हाईवे और कांकरी डूंगरी पर ही डेरा जमाए हुए है जबकि कलेक्टर-एसपी सहित कई आधा अधिकारी मौके पर डटे हुए है। बता दें कि कांकरी डूंगरी पहाड़ी पर ये प्रदर्शन पिछले 17 दिन से चल रहा है और ये गुरुवार को उग्र हो गया था। जानकारी मिली है कि मांगें पूरी नहीं होने पर शाम चार बजे के करीब सैकड़ों की संख्या में अभ्यर्थी उदयपुर-अहमदाबाद नेशनल हाईवे पर आ गए थे। रात होते-होते प्रदर्शनकारियों की संख्या बढ़ती गई और हाथ में पत्थर और लट्ठ लिए प्रदर्शनकारी पत्थर हाईवे पर जमा कर दिए।

इस तरह समझे कांकरी से कंकर बरसाने की वजह

प्रदर्शनकारियों की मांग है कि शिक्षक भर्ती के अनारक्षित 1167 पदों को एसटी वर्ग से भरे जाएं। इसको लेकर सैकड़ों की तादाद में अभ्यर्थी 7 सितंबर से कांकरी डूंगरी पहाड़ी पर जुटे हुए है। यहां इसी को लेकर विरोध प्रदर्शन चल रहा है। दरअसल हुआ यूं कि यहां पर चल रहे प्रदर्शन को लेकर प्रशासन ने समझाइश का दौर शुरू किया। अभ्यर्थियों से वार्ता कर पुलिस ने सभी को समझाया कि यहां पर पड़ाव नहीं डालें। पुलिस अधिकारियों ने जिला कलेक्टर से अनुमति लेने के बाद निर्देशित स्थान पर कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए धरना प्रदर्शन करने को कहा। इसके बावजूद प्रदर्शनकारी नहीं माने और विरोध करते रहे। इधर, बिछीवाड़ा पुलिस ने कोविड की धारा व गैर जमानती धारा में दो अलग अलग मामले दर्ज किए तो अभ्यर्थियों में गुस्सा फूट पड़ा। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया। एसपी की गाड़ी सहित 3 सरकारी वाहन प्रदर्शन की आग में स्वाहा हो गए। अंधाधुंध पत्थरबाजी में एएसपी, डीएसपी, थानेदार समेत 11 पुलिसकर्मी घायल हो गए। रात 9 बजे तक आंदोलनकारियों का प्रदर्शन जारी था। बिछीवाड़ा थानाधिकारी इंद्रजीत परमार पुलिस जाप्ता के साथ अभ्यर्थियों को समझाने के लिए गए। हाईवे खोलने को कहा, लेकिन वे नहीं माने। इस दौरान अचानक पत्थर की बौछार शुरू हो गई।