खेरवाड़ा से योगेश सुखवाल की रिपोर्ट
डूंगरपुर के आदिवासी इलाके में चौथे दिन शांति का फरमान आया तो हर किसी को शांति मिली। रविवार को उदयपुर जिले में शांति व्यवस्था कायम करने के लिए प्रशासन ने इंटरनेट सेवा बंद कर दी। सोमवार सुबह दहशत के साये में सैकड़ों वाहन गुजरे। वाहन चालकों की और वाहन में बैठे लोगों की निगाहें पहाडिय़ों को तलाशती रही ताकि किसी भी तरह का हादसा नहीं नहीं हो जाए। इस आर्टिकट में आपको समझाएंगे कि कैसे कांकरी-डूंगरी की शांत फिजाओं अशांति घूल गई। इसके बाद प्रशासन के कैसे प्रयास रहे और सोमवार को कैसे थे यहां के हालात सब कुछ बताएंगे। पहले ये जान लेते है कि ये मामला आखिरकार था क्या

ये था मामला


१२ अप्रैल २०१८ को थर्ड ग्रेड टीचर भारतीय में आदिवासी क्षेत्र के लिए ५४३१ पदों पर भर्ती निकाली गई। आदिवासी इलाकों को टीएसपी एरिया भी कहा जाता है। जिसमें एसटी वर्ग को ४५, एससी को ५ और सामान्य वर्ग को ५० प्रतिशत आरक्षण मिलता है। इस भर्ती में सामान्य वर्ग के लिए २७२१ पद थे। नियम ये कहते है कि एससी और एसटी के छात्र ३६ परसेंट नंबर लाकर पास कर सकते है मगर सामान्य वर्ग के छात्रों को ६० प्रतिशत नंबर लाना अनिवार्य है। ऐसे में सामान्य वर्ग से १५५४ पर ही ६० प्रतिशत नंबर छात्र लेकर आए। बाकी बचे ११६७ पद खाली रह गए। इन्हीं ११६७ पदों के लिए बवाल हो रहा है, बखेड़ा मचा। तोडफ़ोड़, लूटपाट, पत्थरबाजी, आगजनी, रास्ता जाम और इंटरनेट बंद सब कुछ इन्हीं ११६७ पदों की वजह से हुआ। आदिवासी परीक्षार्थियों का कहना है कि इन ११६७ पदों पर भी ३६ प्रतिशत नंबर लाने वाले आदिवासियों को मौका दिया जाएं। हाईकोर्ट इसे मना कर चुका है। हाईकोर्ट ने कहा था किसामान्य वर्ग के खाली पद भरने के लिए ६० प्रतिशत अंक जरूरी है।

बैठक के बाद खेरवाड़ा शांत


समय दोपहर २ बजे। स्थान खेरवाड़ा। पुलिस के अमले ने खेरवाड़ा से लेकर बिछीवाड़ा तक रूट मार्च किया। इधर, उपद्रवियों ने ऋषभदेव पर धावा बोल दिया। खेरवाड़ा से सटी पहाडिय़ों पर आदिवासी चढ़ गए और ढोल बजाने लगे। दो पहाडिय़ों पर भीड़ जुटने लगी। दूसरी ओर कस्बे की दुकानें बंद कर लोग डटने को तैयार हो गए। उपद्रवी पत्थर फेंकते हुए आगे बढ़े तो एएसपी गोपाल स्वरूप मेवाड़ा, इंस्पेक्टर विवेक ने खदेडऩा शुरू किया। पथराव से भवानी सिंह सहित ४ जवान जख्मी हो गए। जवाब में पुलिस ने भी आंसू गैस के गोले दागे। खौफ, दहशत के बीच कस्बे के लोग पुलिस से कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हो गए। शाम ७ बजे तक उपद्रवियों को पहाडिय़ों से उतरने नहीं दिया। बाद में पथराव बंद हुआ। हालांकि उपद्रवी देर रात तक पहाडिय़ों पर ही डटे रहे। इधर, ऋषभदेव थाने का कांस्टेबल गणेश मीणा उपद्रवियों की भीड़ में शामिल हो गया। आधा घंटे के बाद जब गणेश लौटकर आया तो लोगों ने जमकर धुनाई कर दी। खेरवाड़ा कस्बे में रविवार को मंत्री, विधायक, सासंद और पुलिस-प्रशासन की एक विशेष बैठक बुलाई गई। पंचायत समिति में बैठक हुई। निर्णय निकला कि शिक्षक भर्ती २०१८ की खाली सीटों को लेकर अब सरकार सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दायर करेगी। इसके लिए एक कमेटी बनाई जाएगी। सरकार इसकी पैरवी करेगी। इसके बाद कोर्ट का जो भी फैसला होगा, वह सभी को मान्य होगा। बैठक में प्रशासन की ओर से डीजी एमएल लाठर, एडीजी दिनेश एमएन, आनंद श्रीवास्तव, कलेक्टर कानाराम, उदयपुर कलेक्टर चेतन देवड़ा, एसपी जय यादव आदि मौजूद थे।