राजसमंद, चेतना भाट। हाड़ जमाने वाली बर्फिली रातों के साथ ही सर्दी अपना रिकॉड तोडऩे पर आमादा है। बिते कुछ दिनों से ही ठंड बढऩे से लोगों की दिनचार्या भी काफी प्रभावित हुई है। दिन और रात सबसे सर्द रहने से लोगों को ठिठुरन गलन का एहसाह सता रहा है। शहर में सीजन का सबसे कम न्यूनतम तापमान 1.5 डिग्री दर्ज किया गया जो अब तक के न्यूनतम तापमान में सबसे अधिक सर्दिला है। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि न्यूनतम तापमान 1.5 डिग्री की गिरावट के साथ ही 1.5 डिग्री दर्ज किया गया। जबकि गुरुवार को अधिकतम तापमान 23.4 डिग्री एवं न्यूनतम तापमान 3 डिग्री दर्ज किया गया। उत्तरी भारत में हो रही बर्फबारी का असर यहां तक देखने को मिल रहा है। हिमालय की ओर से चल रही सर्दी हवाओ के कारण मौसम अत्यधिक ठंडा हो रहा है।

और भी गिर सकता है पारा

मौसम विभाग के अनुसार उत्तरी भारत में हो रही बर्फबारी एवं सर्द हवाओं के कारण मौसम और भी ठंड हो सकता है। 21 दिसम्बर तक ठंड का असर बढ़ सकता है। इसके बाद तापमान में हल्की बढ़ोत्तरी होने की संभावना है।
पिछले सप्ताह के तापमान का उतार-चढ़ाव
दिन न्यूनतम तापमान
12 दिसम्बर 12 डिग्री से.
13 दिसम्बर 9 डिग्री से.
14 दिसम्बर 7 डिग्री से.
15 दिसम्बर 7 डिग्री से.
16 दिसम्बर 6 डिग्री से.
17 दिसम्बर 3 डिग्री से.
18 दिसम्बर 1.5 डिग्री से.


पाला गिरने से फसले खराब

बीती रात कड़ाके ठंड के साथ चली शीत लहर के कारण पाला गिरने से खेतों में कई फसलें खराब हो गई। मोही, कुरज, कुंवारिया, पीपली अहीरान सहित आस-पास के गांवों में पाला गिरने से सब्जियों व कमजोर फसलें खराब हो गई। मोही गांव के कृषक भंवरलाल, मोहनलाल, नारायणलाल, नगजीराम सहित दर्जन भर किसानेां ने बताया कि खेतों में बैंगन, टमाटर, फूल गोभी आदि फसलें पाला गिरने से खराब हो गई। वहीं कई जगहों पर समय से पहले बोई गई गेहूं की फसल भी मुरझा गई है।