उदयपुर। परिसीमन और पार्टीशन होने के बाद पहली बार जयपुर, जोधपुर और कोटा में हुए निकाय चुनावों में कांग्रेस मजबूती स्थिति में दिख रही है। निगमों में ये बदलाव करने के पीछे सीएम अशोक गहलोत की जो रणनीति थी वो कहीं न कहीं सफल होती दिखाई दे रही है।
अमूमन शहरों के चुनावों में भाजपा मजबूत स्थिति में रहती है, लेकिन इस बार भाजपा को सब जगहों पर कांग्रेस से कड़ी टक्कर मिली है। प्रदेश के इन तीन जिलों के 6 नगर निगम के चुनाव दो चरणों में हुए थे। मतगणना अभी पूरी नहीं हुई है, अब तक सामने आए नतीजों की बात करें तो इनमें से 3 निगमों में कॉग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिल चुका है। वहीं तीन में बीजेपी बढ़त पर है लेकिन तस्वीर साफ नहीं हुई है। अब तक आये परिणामों में जयपुर के हेरिटेज की बात करें तो यहां कांग्रेस लगभग बोर्ड बनाने की स्थिति में दिख रही है। यहां कांग्रेस के 30 तो बीजेपी के 24 पार्षद जीत चुके हैं। ग्रेटर के 15 वार्डों में बीजेपी, 13 वार्ड में कांग्रेस के प्रत्याशी जीत चुके हैं, यहां दोनों दलों में कांटे की टक्कर दिख रही है। वहीं जोधपुर उत्तर की बात करें तो यहां 53 वार्डों में कांग्रेस, 19 वार्डों में बीजेपी के प्रत्याशी जीत चुके हैं। यहां कांग्रेस लगभग बोर्ड बनाने की स्थति में आ गई है। जोधपुर दक्षिण में बीजेपी का बोर्ड बनता दिखाई दे रहा है, यहां बीजेपी ने 42 वार्ड, कांग्रेस ने 29 वार्डों में अब तक जीत दर्ज कर ली है। सबसे बड़ा उलटफेर कोटा में दिखाई दे रहा है। यहां कोटा उत्तर में कांग्रेस 30 वार्ड में जीतकर स्पष्ट बहुमत में है, वहीं बीजेपी 13 वार्डों पर ही जीत दर्ज कर सकी है। वहीं कोटा दक्षिण की बात करें तो यहां बीजेपी थोड़ी मजबूत स्थति में दिख रही है। यहां 17 वार्डों में कांग्रेस और 12 वार्डों में बीजेपी अब तक जीत दर्ज कर चुकी हैं।