श्रीमद् एकलिंगो विजयते
 

हमने मेवाड़ मिशन के तहत एक विशेष यात्रा की। इस यात्रा का मकसद हर बार की तरह था मेवाड़ की रोचक और चोचक जानकारियों से आपको रूबरू करवाना। हम इसी मकसद से हमारे डाइरेक्टर योगेश सुखवाल के आग्रह पर निकल पड़े काराई। उदयपुर से करीब 134 किमी की दूरी पर कारोई के लिए हम सुबह निकले करीब 11 बजे। उदयपुर, नाथद्वारा, कांकरोली होते हुए पहुंचे कारोई। रास्ते में मित्र से मुलाकात करने से हमारा कारोई पहुंचना हुआ करीब 2 बजे। यहां हमारी मुलाकात हुई वहां के वरिष्ठ पत्रकार विष्णुजी से। उन्होंने बताया कि ये जो चौराहो दिख रहा है उस पर जब भी कारों का काफिला लगना शुरू हो जाता है तब इसकी फिजां ये बता देती है कि देश के किसी  हिस्से में चुनाव की सुगबुगाहट है। भीलवाड़ा जिले की ज्योतिषी नगरी के नाम से प्रसिद्ध काराई में करीब 13 हजार लोगों की आबादी है और 8 हजार लोग यहां रहते है। करीब 200 से 250 लोग ब्राह्मण परिवार के है। जिनमें अधिकतर भृगु संहिता से ज्योतिषी गणना करते है। भृगु संहिता होती क्या है, उससे गणना कैसे की जाती है सब कुछ हम बताएंगे। इसके लिए आप पूरा आर्टिकल पढि़ए।   
 

 

सबसे पहले बता दूं कि इस गांव का चौराहा है वो राजनीतिसूचक यंत्र है। मने देश में चुनाव हो तो यहां लगजरी कारों का काफिला बता देता है कि चुनाव नजदीक है। इसके इतर चुनाव की सुगबुगाहट होते ही यहां नेताओं का मेला लगता है। बड़े-बड़े नेता और नेता बनने की चाह रखने वाले दावेदार घंटों अपनी बारी का इंतजार करते है। यहां ज्योतिषी अलग-अलग दावे करते है उनमें से एक है राजयोग का दावा। इस दावे के तहत यहां के पंडित हाथ में मत्स्यरेखा देखकर राजयोग होने या नहीं होने की बात करते है। 

 लगभग 13 हजार की आबादी वाला ये गांव आखिर दुनिया में इतना मशहूर क्यों है आइये जानते हम।
अमुमन हम बाजार में दुध की दुकानें, सब्जी की दुकानें, किराणे की दुकानें एक कतार में एक साथ देखते है। मगर आज आपको अलग ही नजारें दिखा रहे है। यहां नामचीन ज्योतिषियों के कार्यालय बने हुए है। जिनके बार आप लोगों को इंतजार करते देख जा सकते है।
यहां के ज्योतिषियों को अपना हाथ दिखाने बड़े-बड़े नेता, अभिनेता, अधिकारी और कई नामचीन हस्तियां आती है। यहां के ज्योतिषाचार्य भृगु संहिता, रावण संहिता, नारायण संहिता, जन्मकुंडली, प्रश्नकुंडली, हस्तरेखा, लग्ररेखा के जरिए भविष्य बताने का दावा करते है। इसके अलावा यहां के पंडित मनोकामना पूर्ण करवाने के लिए पूजा पाठ, धर्म अनुष्ठान भी करते है। यहां चुनाव के समय सबसे ज्यादा दावेदारों का जमावड़ा रहता है। वो इसलिए रहता है कि क्योंकि यहां के ज्योतिषी हाथ में मत्स्यरेखा देखकर राजयोग की भविष्याणी करने का दावा करते है। इसके अलावा शराब ठेके की लॉटरी हो या टेंडर खुलने बंद होने की बात सभी में लोग अपनी तकदीर को पढ़वाने आते है। 

प्रतिभा पाटिल की भविष्यवाणी से सुर्खियों में आया ये गांव
 

यहां के पत्रकार विष्णु शर्मा कहते है कि वर्ष 2006-07 की बात है तब प्रतिभा पाटिल राज्यपाल हुआ करती थी। तब यहां के भृगु संहिता के जनक माने जाने वाले पंडित नाथुलाल जी व्यास ने ये भविष्यवाणी की थी कि पाटिल कम समय में ही उच्च पद पर आसीन होगी। इसके करीब 15 दिन बाद ही प्रतिभा पाटिल राज्यपाल से राष्ट्रपति बन गई। इसके बाद खुद प्रतिभा पाटिल पंडित नाथुलाल जी व्यास से मिलने कारोई आई। हालांकि इसके बाद देश में विवाद भी हुए मगर इन सबके बीच कारोई को मानो पहचान मिल गई। इसके बाद स्मृति ईरानी, जय प्रदा, अमर सिंह आने से लगातार इसकी ख्याती बढ़ती गई।  
 

गहलोत-सचिन के विवाद से फिर सुर्खियों में ये गांव
 

हाल ही राजस्थान में सियासी उठापठक से फिर ये गांव सुर्खियों में रहा। हुआ यूं कि राजस्थान में गहलोत की सरकार है। यहां उनकी सरकार में डीप्टी सीएम सचिन पायलेट ने बगावत कर दी। उनके साथ कई विधायकों ने गहलोत सरकार के विरोध और सचिन के पक्ष में बयान दिए। इधर, इस गांव के युवा ज्योतिषी पंडित योगेश शरण शास्त्री ने एक विडियो जारी कर ये दावा किया कि राजस्थान में उठापठक के बावजूद अशोक गहलोत की सरकार बनी रहेगी। साथ ही गहलोत के सर्वोच्च पद पर जाने के योग भी बताए। इसके बाद 28 जुलाई मंगलवार को फिर दूसरा विडियो जारी कर ये दावा किया कि पांच वर्ष तक गहलोत मुख्यमंत्री बने रहेंगे। शास्त्री का दावा है कि उनकी भविष्यवाणी सटिक साबित हुई और इस विडियो के जारी होने के बाद कारोई फिर सुर्खियों में आ गया।
 

कैसे जा सकते है कारोई
 

कारोई जाने के लिए आपको उदयपुर, नाथद्वारा, कांकरोली होकर हाइवे मार्ग से कारोई पहुंचना पड़ेगा। हाइवे से गांव आधे किमी की दूरी पर है। इसके अलावा आप रेलमगरा से होकर कुरज, कुंवारिया और कारोई जा सकते है। भीलवाड़ा से आने के लिए आपको भीलवाड़ा हाइवे से कांकरोली राजसमंद की तरफ आना पड़ेगा।
अब भृगु संहिता से कैसे होती है भविष्यवाणी, क्या होती है भृगु संहिता, कौन थे इसके रचियता सब जानकारी के लिए हमार यूट्यूब चैनल the udaipur updates को फोला करें। लिंक नीचे दिया गया है। साथ ही आप the udaipur updates  फेसबुक, इंस्ट्राग्राम, ट्विटर पर भी जुड़ सकते है। 

 

सुनील पंडित

https://youtu.be/ppyYQ19GH3k