उदयपुर। शहर का माहौल आज वैसा ही रहा जैसा टेलर कन्हैयालाल दर्जी की मौत के बाद हिन्दू संगठनों के प्रदर्शन के दौरान था। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस के सारे हथकंडे विफल रहे तो पुलिस ने लाठियां संभाली। हिन्दू संगठनों के युवाओं ने भी खुलकर मोर्चा खोला। कलेक्ट्री पर प्रदर्शन और नारेबाजी के बाद कोई मांगे नहीं बनती नजर आई तो कोर्ट चौराहे पर कीर्तन मंडलिया जमी। हनुमान चालीसा और भजनों के बीच सेवादारों ने केले और प्रसाद का वितरण किया तो पुलिस कलेक्ट्री जाने वाले रास्ते की तरफ लाठियां हाथ में लेकर खड़ी नजर आई। एएसपी चंद्रशील ठाकुर ने मोर्चा संभाला और हेलमेट पहनकर युवाओं को हिदायत देते रहे। लेकिन आक्रोशित युवा शाम 4 बजे तक कोर्ट चौराहे पर ही डटे रहे। इस दौरान पुलिस बार-बार समझाइश कर रास्ता खुलवाने का प्रयास करती रही लेकिन भीड़ ने एक न मानी। इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष रविंद्र श्रीमाली, नगर निगम के उपसभापति पारस सिंघवी कुछ देर के लिए रुके और निकल गए। लेकिन पूर्व सभापति रजनी डांगी मौके पर ही मौजूद रही। मुख्य तौर पर इस प्रदर्शन में भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व जिलाध्यक्ष सन्नी पोखरना आगे रहे। वे पुलिस प्रशासन से उलझते और बेरिकेट्स पर चढक़र हिन्दूत्व के नारे लगाते नजर आए।
इधर, शहर जाम में फंसा
प्रदर्शन के दौरान कलेक्ट्री के आसपास सभी रास्तों पर जाम लग गया। यूनिवर्सिटी से लेकर एमबी हॉस्पिटल और सूरजपोल से लेकर एमजी तक के बीच जाम के हालात होने से वाहनधारी धनचक्कर हो गए। प्रदर्शन की पूर्व सूचना नहीं होने से वाहनधारी इधर से उधर भागते नजर आए। अशोक नगर से शास्त्री सर्कल तक पूरी तरह से यातायात बाधित रहा। सूरजपोल की तरफ से आने वाले वाहनधारी हाथीपोल की तरफ होकर निकले, ऐसे में उनको कई किलोमीटर का अतिरिक्त चक्कर काटना पड़ा।