उदयपुर। कोलपोल स्थित प्राचीन Vitthalnath ji मंदिर में रविवार को भव्य अन्नकूट महोत्सव सम्पन्न हुआ। महोत्सव में नाथद्वारा से पधारे वैष्णवाचार्य गोस्वामी वागधीश बावा ने गोवर्धन पूजा की जिसमें गोबर से बने गोवर्धन को जल दूध हल्दी कंकु से पूजन कर भोग लगाया गया। कीर्तनकारों ने राग सारंग में बडड़न को आगे दे गिरी धार श्री गोवर्धन पूजन आये…, जैसे पदों का गान किया तत पश्चात ठाकुर जी को अन्नकूट का भोग लगाया गया। इसमें चांवल के गिरिराज पर्वत को बना कर उसके ऊपर गेंहू के आटे से बने सुदर्शन चक्र और शंख चक्र, गदा, पद्म 4 आयुध के साथ साथ कई प्रकार के शट रास व्यंजनों का भोग लगाया गया। सभी भक्तों ने अन्नकूट के दर्शन किए और उसके बाद मंदिर में ही अन्नकूट का भोजन महाप्रसाद ग्रहण किया। पुष्टि भक्तिमार्गीय मंदिरों में अन्नकूट का विशेष महात्म्य है। प्रभु की इस लीला को गिरियाग एवं इंद्रमान भंग लीला भी कहा जाता है।
जय गोपाल गौशाला में आज शाम को
नाकोड़ा नगर (प्रताप नगर) में गोविंद के प्रथम गौचारण दिवस गोपाष्टमी के पर अमन परिवार के सौजन्य से जय गोपाल गौशाला की ओर से मंगलवार शाम को मीराश्रम में गौदर्शन, पूजन, सेवा और आरती का आयोजन होगा। जय गोपाल गौशाला के संचालक अरुण सिंह ने बताया कि उत्सव को आनंद के साथ कृष्णमय बनाने के लिए बालकों को श्रीकृष्ण के स्वरूप की वेशभूषा धारण करवाई जाएगी और आयोजन समापन के पश्चात माखन प्रसाद ग्रहण कर गौमाता का आशीर्वाद लिया जाएगा।