नाथद्वारा | वल्लभ संप्रदाय की प्रधानपीठ श्री नाथद्वारा में स्थित श्रीजी प्रभु की हवेली में निज ज्येष्ठ शुक्लपक्ष गुरुवार को स्नान यात्रा का उत्सव बृज संस्कृति से ओत-प्रोत होकर मनाया जाएगा। ज्येष्ठाभिषेक के लिए बुधवार को गोस्वामी विशाल बावा स्नान का जल लेने के लिए शृंगार झांकी के दर्शन के बाद बावड़ी के लिए प्रस्थान किया। इस दौरान उनके साथ श्रीनाथजी के मुखिया इंद्रवर्धन गिरनारा, लालन के मुखिया सहित अन्य अपरस में स्नान कर बावड़ी में जल लेने गए। स्नान का जल लेने के बाद सभी श्रीजी प्रभु की हवेली में पहुंचे। श्रीजी की हवेली में शाम को स्नान के जल में कदंब, कमल, गुलाब, जूही, रायबेली, मोगरा की कली, तुलसी, निवारा की कली, सहित 8 प्रकार के पुष्पों सहित चंदन, केसर, बरास, गुलाब जल, यमुना जल और विविध प्रकार की सामग्री पधरा अधिवासित किया। इसी जल से स्नान यात्रा के दिन श्रीजी प्यारे और श्रीलालन प्यारे को स्नान कराया जाएगा। गुरुवार सुबह श्रीजी प्रभु के स्नान यात्रा के ज्येष्ठाभिषेक होगा।

भोग के बाद बंटेगा प्रसाद : स्नान यात्रा पर श्रीजी प्यारे को सवा लाख से अधिक आमों का भोग अरोगाया जाएगा। इसके साथ ही जामुन, अंकुरी का भी भोग अरोगाया जाएगा। प्रभु के आम प्रसाद को ग्वाल-बाल, सेवकगण और वैष्णवों में बांटा जाएगा। बताया कि सुबह ग्वाल झांकी के बाद मुखियाजी और भितरिया संग हरिराय तिबारी के पास स्थित बावड़ी से स्नान का जल लाए। स्नान के जल को अधिवासन किया गया। इसमें कदम, कमल, गुलाब जूही, रायबेली मोगरा की कली, तुलसी आदि पधराए गए।गुरुवार सुबह 5 बजे मंगला झांकी के मध्य ज्येष्ठा अभिषेक स्नान कराया जाएगा। प्रभु को विशेष आम का भोग धराया जाएगा।