सुविवि : बिलोता में गर्ल्स कॉलेज का उद्धघाटन, इसी वर्ष से सत्र होगा शुरू

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कन्या महाविद्यालय पारंपरिक भारतीय ज्ञान का नया केंद्र बने : राज्यपाल

TheUdaipurUpdates. मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के नॉर्थ कैंपस एवम श्रीनाथजी पीठ सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में शहर से 20 किलोमीटर दूर स्थित बिलोता गांव में नवनिर्मित एवं नव स्थापित कन्या महाविद्यालय भवन का लोकार्पण बुधवार को राज्यपाल कलराज मिश्र ने किया।
इस अवसर पर राज्यपाल मिश्र ने कहा कि इस कन्या महाविद्यालय की शुरुआत ना सिर्फ विश्वविद्यालय के लिए बल्कि संपूर्ण नाथद्वारा क्षेत्र के लिए गौरव का विषय है और मैं आशा करता हूं कि यह कन्या महाविद्यालय पारंपरिक भारतीय ज्ञान का नया केंद्र बनेगा। नारी सशक्तिकरण और बालिका शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करेगा। राज्यपाल ने कहा कि ज्ञान की व्याख्या मौलिक तरीके से हो तो विद्यार्थी उसका समुचित लाभ उठा सकता है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय व्यावहारिक शिक्षा के प्रसार का माध्यम बने। केवल पुस्तकीय ज्ञान औपचारिक ज्ञान न होकर समय संदर्भों के लिहाज से ज्ञान का प्रसार भी हो। राज्यपाल मिश्रा ने कहा कि शोध की मौलिक संस्कृति के लिए अभी कार्य किया जाना शेष है, मैं आशा करता हूं कि इस दिशा में विश्वविद्यालय कार्य करेगा। हाल ही में संसद में पारित किए गए नारी शक्ति वंदन विधायक का जिक्र करते हुए राज्यपाल ने कहा कि यह विधायक भविष्य में नारी सशक्तिकरण और महिलाओं की राजनीति में भागीदारी को महत्वपूर्ण तरीके से रेखांकित करेगा। यह बिल बालिका शिक्षा के साथ भी जुड़ा है। यदि एक बालिका शिक्षित होती है तो वह समाज में संस्कार निर्माण, परिवार निर्माण और सामाजिक सरोकार के साथ ही राजनीतिक क्षेत्र में भी अपनी नेतृत्व क्षमता से अपनी उपस्थिति दर्ज करती है। उन्होंने श्रीनाथजी की महिमा का जिक्र करते हुए आशा व्यक्त की कि इस केंद्र पर वैष्णव संप्रदाय के पारंपरिक महत्व, पिछवाई कला और मोलेला की मृण कला पर भी समय संदर्भित शोध होंगे।


कार्यक्रम के सम्मानित अतिथि विधानसभा अध्यक्ष डॉ सीपी जोशी ने कहा कि आज मैं विश्वविद्यालय के छात्र होने के नाते राज्यपाल और यहां सभी उपस्थित जनों का स्वागत करता हूं। मुझे गर्व है कि मैं इस विश्वविद्यालय का छात्र रहा हूं और यह भी गर्व का विषय है कि विश्वविद्यालय ने अपने एक्ट में बदलाव करके अपनी भौगोलिक सीमाओं को छोड़ते हुए मेरी विधानसभा क्षेत्र में बालिका महाविद्यालय का निर्माण किया है। उन्होंने कहा कि जिस समाज ने बच्चियों की शिक्षा पर ध्यान दिया है वह समाज हमेशा आगे रहता है। उन्होंने अभिभावकों से आग्रह किया कि घर की हर बच्ची को स्कूल भेज कर कम से कम दसवीं की शिक्षा अनिवार्य रूप से दी जाए ताकि वह न सिर्फ परिवार को बल्कि समाज को भी आगे ले जा सके। कोरोना कल में हुई ऑनलाइन पढ़ाई की विसंगतियों का जिक्र करते हुए डॉक्टर जोशी ने कहा कि जिन विद्यार्थियों के अभिभावक शिक्षित नहीं थे उनको ऑनलाइन पढ़ाई में उतनी मदद नहीं मिल पाई जितनी शिक्षित माता-पिता वाले विद्यार्थियों को मिली। हमारे लिए यह 2 साल शिक्षा की दृष्टि से बहुत निराशापूर्ण रहे और इसका नुकसान हमें आने वाले 25 वर्षों में महसूस होगा। बिलोता में कन्या महाविद्यालय की स्थापना के साथ ही यदि यहां हवेली संगीत, नाथद्वारा की पिछवाड़े कला और स्थानीय कला संस्कृति को शोध में स्थान दिया जाएगा तो सुखड़िया विश्वविद्यालय का यह कन्या महाविद्यालय उच्च शिक्षा के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित करेगा।


इस अवसर पर सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने कहा कि बिलोता में यह कन्या महाविद्यालय विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी के प्रयासों से स्थापित हुआ है और अपने क्षेत्र में बालिका शिक्षा के उत्थान के लिए इनका कार्य प्रशंसनीय है। आँजना ने कहा कि मैं इस कन्या महाविद्यालय के शिलान्यास समारोह में भी उपस्थित था और मेरी इच्छा थी कि सुखाड़िया विश्वविद्यालय का विस्तार होकर उनके विधानसभा क्षेत्र निंबाहेड़ा में भी इसका केंद्र स्थापित किया जाए। उन्होंने विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर सुनीता मिश्रा एवं राज्यपाल कलराज मिश्र से भी आग्रह किया कि उनके विधानसभा क्षेत्र निंबाहेड़ा में यदि यह केंद्र स्थापित होता है तो उनके लिए बेहद गर्व का विषय होगा। नए महाविद्यालय के उद्घाटन पर उन्होंने बालिकाओं को बधाई देते हुए उनके उज़्ज्वल भविष्य की कामना की।


कार्यक्रम में उपस्थित राजसमंद की सांसद दिया कुमारी ने अपने उद्बोधन में बालिका शिक्षा को आज की बेहद महत्वपूर्ण जरूरत बताया और कहा कि बेहद खुशी का अवसर है कि मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय ने अपनी भौगोलिक सीमाओं से परे हटकर राजसमंद जिले में यह कन्या महाविद्यालय स्थापित किया है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह महाविद्यालय बालिका शिक्षा के क्षेत्र में एक अलग नाम स्थापित करेगा।
कार्यक्रम की शुरुआत में कुलपति प्रोफेसर सुनीता मिश्रा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि यह महाविद्यालय बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने की दिशा में मील का पत्थर सिद्ध होगा। महाविद्यालय परिसर के आस-पास के गाँवों की वे बालिकाएँ जो किन्ही कारणों से दूर के महाविद्यालयों में शिक्षा प्राप्त करने के लिए नहीं जा पा रही थीं उन्हें अब अपने घर के आस-पास इस महाविद्यालय के माध्यम से शिक्षा के अवसर उपलब्ध हो सकेंगे। कुलपति ने कहा कि जल्द ही यूनिवर्सिटी गर्ल्स कॉलेज में हम छात्राओं के लिए मल्टी फैकल्टी स्टडीज के साथ एस.टी.सी. और बी.एड. के पाठ्यक्रम भी शुरू करेंगे। उन्होंने डॉ. सी. पी. जोशी से अनुरोध किया कि प्रदेश सरकार यदि इस गर्ल्स कॉलेज में नए मल्टी फैकेल्टी गवर्नमेंट कॉलेज के बराबर पदों की स्वीकृति प्रदान करे तो महाविद्यालय के संचालक को बल मिलेगा। प्रो मिश्र ने कहा कि यहाँ हम वन-औषधि उद्यान भी ,विकसित करेंगे जिसके द्वारा समस्त औषधीय और वनस्पति प्रजातियों का संरक्षण किया जाएगा। कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय में नेक-मूल्यांकन की तैयारी जारी है तथा अक्टूबर के अंतिम सप्ताह अथवा नवंबर के प्रथम सप्ताह में कभी भी निर्धारित तिथि पर नैक टीम के द्वारा निरीक्षण किया जाएगा। हमें पूरा विश्वास है कि विश्वविद्यालय ’ए‘ प्लस ग्रेड प्राप्त करेगा।
कार्यक्रम के प्रारंभ में राज्यपाल के कन्या महाविद्यालय पहुंचने पर तीनों विंग के एनसीसी कैडेट्स द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
कार्यक्रम के अंत में रजिस्ट्रार विनय पाठक ने आभार प्रदर्शन किया।
इसी साल से सत्र शुरू-
इसी वर्ष शुरू किया गया यह कन्या महाविद्यालय विश्वविद्यालय का पांचवा संघटक महाविद्यालय है जहां पहले वर्ष में बीए प्रथम वर्ष में 81 छात्राओं ने प्रवेश लिया है। प्रोफेसर सीआर सुथार इस महाविद्यालय के नोडल अधिकारी हैं जबकि डॉक्टर देवेंद्र सिंह राठौड़ महाविद्यालय के समन्वयक हैं।

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