
राजसमंद। चेतना भाट। समीपवर्ती फियावड़ी पंचायत अंतर्गत नाथुवास गांव के शिक्षक बच्चों को कोरोना काल में स्कूल में नहीं आते देख वे खुद गांव-गांव में पहुंचकर बच्चों को शिक्षण का कार्य पूरा करवा रहे है। जिसे बच्चे ओर अभिभावक काफी खुश है। जिले के दो किमी दूर भीलवाड़ा जिले के अर्जुनपुरा गांव में राजसमंद के कुंवारिया तहसील के नाथुवास गांव के उप्रावि के शिक्षक स्कूल में आन वाले कक्षा 6 से से 8 तक के करीब 30-40 बचों को उनके गांव पहुंच का शिक्षा दे रहे है। जिसमें कालूराम रेगर, आनंदलाल वर्मा, अध्यापिका अरुणा जीनगर, भारती शर्मा, कविता कोठारी, संस्था प्राान जयसिंह मीणा आदि शिक्षकों द्वारा हर गांव हर गलियों में जाकर बच्चो को शिक्षा दे रहे है। शिक्षकों की इस पहल पर बचों के अभिभावकों ने आभार जताया। बच्चो ने बताया कि कोरोना काल के कारण हम विद्यालय नहीं जा पा रहे है। ऐसे में हमें घर पर ही रहकर अध्यन करना पड़ रहा है। घर पर ही अययन में प्रभावित होती पढ़ाई को देखते हुए शिक्षकों के स्टाफ ने अर्जुनपुरा गांव में आकर पढ़ाना प्रारंभ कर दिया। पिछले करीब एक माह से शिक्षक विज्ञान, गणित, सामाजिक आदि विषय पढ़ा रहे है। संस्था प्रधान जय सिंह मीणा ने बताया कि कोरोनाकाल में विद्यालय के स्टाफ द्वारा बच्चों को विद्यालय नहीं बुलाकर उनके गांव तक पहुंच पढ़ाई करवाई जा रही है। क्योंकि अर्जुनपुरा गांव में बचों का शिक्षा स्तर कमजोर है। ऐेसे में शिक्षक द्वारा पढ़ाई करने पर इनका शिक्षा स्तर बढ़ेगा बचे का भविष्य भी सुधरेगा और जब भी सरकार स्कूल बुलाने के दिशा निर्देश देंगे तब उहें यहां बुलाकर विधिवत रूप से पढ़ाई शुरू करवा दी जाएगी।