अवैध सम्बन्धों की रंजीश के चलते की थी हत्या
पुलिस ने लक्ष्मण सिंह के रूप में की लाश की शिनाख्त
राजसमंद, चेतना भाट। जिले के चारभुजा थाना क्षेत्र के लाम्बोड़ी एनएच 8 के समीप स्थित एक कुंए में गत 18 जुलाई को नग्न अवस्था में मिली अज्ञात व्यक्ति की तीन दिन पुरानी लाश के मामले का खुलासा करते हुए चारभुजा पुलिस ने पूर्व नियोजित इस ब्लाईंड मर्डर को बनाने वाले मास्टर माईंड सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। पुलिस ने अज्ञात मृतक की शिनाख्त दिवेर खीमा खेड़ा निवासी लक्ष्मणसिंह (47) पिता भैरूसिंह के रूप में की है। एसपी सुधीर चौधरी ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए अज्ञात लाश की शिनाख्त एवं हत्यारों की तलाश को लेकर एएसपी राजेश गुप्ता के नेतृत्व में कुंभलगढ़ पुलिस उपाधीक्षक नरपतसिंह एवं भीम पुलिस उपाधीक्षक हेमंत कुमार के निर्देशन में देवगढ़ थाना उप निरीक्षण दिलीपसिंह के साथ साईबर सेल व डीएसटी टीम सहित चारभुजा व दिवेर पुलिस जाप्ते से अलग-अलग तीन टीमों का गठन किया गया। प्रत्येक टीम ने कड़ी मेहनत करते हुए व तकनिकी सहायता से छानबीन करते हुए घटना स्थल से करीब 200 मीटर तक के सीसी टीवी फुटेज खंगाले तथा साथ ही घटना के हर पहलू पर गहनता से छानबीन की गई। इसी बीच दिवेर खीमा खेड़ा निवासी लक्ष्मणसिंह गुमशुदगी का मामला सामने आने पर दोनों मामलों के आपस में जोड़ते हुए छानबीन की गई। इस पर मृतक एवं गुमशुदा व्यक्ति के एक ही होना सामने आया। मामले को लेकर पुलिस ने कड़ी मेहनत कर ब्लाईंड मर्डर का खुलासा करते हुए तीन संदिग्ध व्यक्ति की पहचान कर डिटेन किया गया तथा तीनों को गिरफ्तार कर सख्ती से पूछताछ की गई तो आरोपियों द्वारा लक्ष्मणसिंह को अगवा कर हत्या कर दी तथा शव को नग्न कर कुंए में डालने की बात स्वीकार की। पुलिस ने मामले में दिवेर खीमा खेड़ा निवासी घनश्यामसिंह (21) पिता नरेन्द्र सिंह रावत, लक्ष्मणसिंह (23) पिता मोहनसिंह रावत एवं भरत कुमार (25) पिता गाजीराम सालवी को गिरफ्तार किया गया। पुलिस द्वारा आरोपियों से पूृछताछ जारी है।
हत्या से पहले बनाया था प्लान
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि लक्ष्मण सिंह की हत्या से पूर्व तीनों ने यूट्युब के माध्यम से हत्या करने एवं हत्या के बाद सबूत मिटाने के तरिकों के वीडियो देखे। उसके बाद लक्ष्मणसिंह की हत्या का प्लान बनाया। बताया गया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से हत्या का प्लान बनाने वाला मास्टर माईंड घनश्यामसिंह गुमशुदा लक्ष्मणसिंह को पूर्व से ही जानता था और अवैध सम्बन्धों के चलते रंजीश रखता था। इसी को लेकर उसने हत्या का प्लान बनाते हुए अपने दो साथियों लक्ष्मणसिंह एवं भरत कुमार सालवी को शामिल कर गुमशुदा लक्ष्मणसिंह की हत्या कर शव कुंए में फैंक दिया।
यूं की थी हत्या
हत्या से पहले तीनों आरोपियों ने तीन दिन तक एक होटल में रूक कर हत्या के प्लान की रिहर्सल की तथा 11 जुलाई की रात्रि को घनश्यामसिंह व भरत ने मृतक लक्ष्मणसिंह को किसी काम के बहाने खीमा खेड़ा एक होटल के पास बुलाया। लक्ष्मणसिंह अपनी पजेरो गाड़ी लेकर वहां पहुंचा, जहां से वे उसे भैरागुड़ा की ओर ले गए। जहां पर उनका एक साथी लक्ष्मणसिंह रावत पहले से मौजूद था। वहां से उसे साथ लेकर वे लाम्बोड़ी एनएच 8 की ओर सडक़ की ओर रवाना हुए जहां पर एक सुनसान जगह देखकर गाड़ी रूकवा का पूर्व नियोजित योजनानुसार पीछे बैठे भरत कुमार ने पीछे से ही रस्सी से गुमशुदा लक्ष्मणसिंह का गला दबा दिया तथा पास में बैठे घनश्यामसिंह व लक्ष्मणसिंह रावत ने धारदार चाकू से ताबड़तोड़ गले व सीने पर वार कर दिया। घायल अवस्था में लक्ष्मणसिंह छटपटाने लगा तो आरोपी लक्ष्मणसिंह रावत ने गुप्ती से गले पर वार कर दिया जिससे गुमशुदा लक्ष्मणसिंह की मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद रिहर्सल योजनानुसार मृतक लक्ष्मणसिंह के शव की पहचान को छुपाने के लिए शव के कपड़े उतार दिए और शव के पत्थर बांध कर लाम्बोड़ी एनएच 8 स्थित कुंए में फैंक दिया। उसके बाद आरोपियों ने मृतक के कपड़े, मृतक का मोबाईल व हत्या में प्रयुक्त हथियार घटना स्थल से दूर ले जाकर छुपा दिए। इसके बाद मृतक की पजेरो गाड़ी को लेजाकर गुलाबपुरा सर्कल के पास छोड़ दिया और तीनों अहमदाबाद की ओर निकल गए।
चौकी से चुरा ली जप्त गाड़ी
मृतक की शिनाख्त एवं मामले के खुलासे को लेकर जुटी पुलिस ने आरोपियों द्वारा गुलाबपुरा सर्कल पर छोड़ी गई गाड़ी को बरामद कर संदिग्ध पाए जाने पर 29 मील दूर स्थित पुलिस चौकी पर खड़ा कर दिया। इसके बाद कुंए से लाश बरामद होने तथा लक्ष्मणसिंह के गुमशुदगी की प्रकाशित खबरों से आरोपियों ने पकड़े जाने के डर से पजेरो गाड़ी को गायब करने का प्लान बनाकर आरोपी गुलाबपुरा पहुंचे। लेकिन वहां पर गाड़ी को पुलिस द्वारा जप्त करने की सूचना मिलने पर आरोपियों ने चौकी पर निगरानी रखना प्रारंभ कर दिया। आरोपियों ने पुलिस चौकी की रैकी करते हुए तैनात कोंस्टेबल के खाना खाने के लिए बाहर जाते ही मौका पाकर आरोपियों ने गाड़ी को असली चाबी से चालू कर नसीराबाद, मांगलियावास, ब्यावर, देवगढ़, आमेट, कांकरोली, नेगडिय़ा, उदयपुर होते हुए अहमदाबाद की ओर रवाना हो गए। पुलिस ने छानबीन करते हुए तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर चौकी से चुराई पजेरो गाड़ी भी बरामद कर ली।
यह थे टीम में शामिल
ब्लाईंड मर्डर के खुलासे एवं हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर एसपी सुधीर चौधरी के मार्गदर्शन, एएसपी राजेश गुप्ता के नेतृत्व एवं कुंभलगढ़ पुलिस उपाधीक्षक नरपतसिंह एवं भीम पुलिस उपाधीक्षक हेमंत कुमार के निर्देशन में गठित की गई स्पेशल टीम में देवगढ़ सउनि दिलीपसिंह, कुंवारिया थानाधिकारी पेशावर खान, साईबर सेल प्रभारी सउनि पवनसिंह, हेडकांस्टेबल शंभूप्रताप सिंह, इन्द्रचंद चोयल, कोंस्टेबल शिवदर्शनसिंह, रामकरण, विक्रमसिंह, मदनसिंह, वीरेन्द्रसिंह, रघुवीरसिंह, दिवेर थाना टीम में थानाधिकारी पारसमल, हेडकांस्टेबल रामसहाय, कांस्टेबल दिनेश कुमार, सतीश कुमार, नरेन्द्र कुमार, चारभुजा टीम में थानाधिकारी टीना सोलंकी, सउनि जसवंत सिंह, हेडकांस्टेबल गोविंदसिंह, कांस्टेबल लक्ष्मण सिंह, महेन्द्रसिंह, रघुनाथ, श्रवण कुमार को शामिल थे।