हड़ताल के दबाव में जिला प्रशासन ने लिया निर्णय

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राजसमंद। सफाई कर्मचारियों की चल रहीं हड़ताल के चलते लगे कचरा पात्र के आसपास लगा गंदगी का ढेर।

गैर सफाई कार्य में लगे सफाई कार्मिकों को किया रिलीव
राजसमंद, चेतना भाट। नगर परिषद क्षेत्र शहर में पिछले पांच दिन से सफाई कर्मचारियों की चल रहीं हड़ताल के कारण सफाई कार्य बिल्कुल ठप पड़ा हुआ था। जिसके चलते जगह-जगह कचरे के ढेर लग गए हैं। जिसका मुख्य कारण परिषद के सफाईकर्मी हड़ताल पर है। उनकी मांग है कि नगर परिषद में सफाई कार्य के लिए भर्ती हुए 11 ऐसे सफाईकर्मी है जो वाल्मीकि समाज के नहीं हैं। हड़ताल कर रहें कार्मिकों का कहना है कि सफाईकर्मी के तौर पर भर्ती हुए कर्मचारियों को प्रशासन ने अपने कार्यालय में लगा रखा है। वे जिला प्रशासन से उनको गैर सफाई कार्य से रिलीव करने की मांग कर रहे हैं। जिला प्रशासन ने शहर में सफाई कर्मचारियों की ओर से की गई हड़ताल के दबाव में आकर उनकी मांग मानते हुए गैर सफाई कार्य में लगे 11 कार्मिकों को सरकारी कार्यालयों से रिलीव कर सफाई कार्य के लिए तय क्षेत्र में लगाने के लिए जमादार को आदेश दे दिए है। जिसके बाद वाल्मिकी समाज के सफाई कर्मचारियों ने शनिवार शाम को काम रोको आंदोलन का समाप्त करने की घोषणा की। नगर परिषद आयुक्त जनार्दन शर्मा ने बताया कि जिला प्रशासन ने चुनावी कार्य में नियुक्त किए गए उन सफाई कर्मियों को रिलीव करने के आदेश दे दिए है। रविवार से शहर में यथावत सफाई कार्य शुरू हो जाएगा।

35 वार्डों में सफाई ठप

हड़ताल के चलते शहर के 35 वार्डों में सफाई काम ठप हो गया है। जगह-जगह लगे कचरा पात्र ओवरफ्लो हो रहे हैं। ऐसे में नगर परिषद असहाय सी स्थिति में है। इससे पूर्व सफाई कर्मचारियों से नगर परिषद ने बातचीत की कोशिश की, लेकिन कार्मिक अपनी मांग पर अड़े हुए थे। गौरतलब है कि शहर में नगर परिषद की ओर से कुल 270 स्थायी सफाईकर्मी लगे हुए हैं, जिनमें से 18 सफाईकर्मी गैर वाल्मीकि समाज के हैं। बताया गया कि इनमें से 7 लोग सफाई कार्य कर रहे हैं, जबकि शेष 11 लोग दूसरे कामों में लगा रखे हैं। इसी बात को लेकर वाल्मीकि समाज ने हड़ताल कर रखी थी।

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