उदयपुर। मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अमेरिका सिंह ने सोमवार को विश्वविद्यालय से उत्तीर्ण विद्यार्थियों की ऑनलाईन एल्यूम्नाई मीट में ऑनलाइन संवाद किया, उनके वर्तमान कामकाज की जानकारी ली और विवि को आगे बढाने के लिए सुझाव मांगे। कार्यक्रम में करीब 135 पूर्व विद्यार्थी शामिल हुए।प्रो. अमेरिका सिहं ने कहा कि बहू-दशकीय गौरवमयी इतिहास की स्मृतियों को जीवित करने, विद्यार्थियों के लिये रोजगार के अवसरों को पहचानने और विश्विद्यालय को नवीन ऊँचाईयों तक पहूँचाने हेतु इस बैठक का आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि, सुखाड़िया विश्वविद्यालय से उत्तीर्ण विद्यार्थी आज विभिन्न क्षेत्रों में उच्च स्थानों पर कार्यरत हैं, कई लोग स्वयं के व्यवसाय और उत्पादन से विश्वविद्यालय का नाम रोशन कर रहे हैं। विद्यार्थियों की सफलता ही विश्वविद्यालय की सफलता का सूचक है। विश्वविद्यालय एवं शिक्षण संस्थान विद्यार्थियों के जीवन को सकारात्मक दिशा प्रदान करते हैं और उनके करियर को बनाने में सजग भूमिका निभाते हैं। ऐसे में उत्तीर्ण विद्यार्थियों का अपने संस्था से पुनः जुड़ाव विश्वविद्यालय के उत्थान में कारगर साबित हो सकता है। इस बैठक का उद्देश्य यही है की विभिन्न विषयों एवं क्षेत्रों से जुड़ी इंडस्ट्रीज का चलन एवं नई तकनीकों से अवगत होकर वर्तमान में अध्ययनरत विद्यार्थियों को उसकी शिक्षा प्रदान की जाए साथ ही उनको रोजगार के नए अवसर की ओर मार्गदर्शक किया जाए। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तरीय रैंकिंग में एलुमनाई एसोसिएशन का महत्वपूर्ण योगदान होता है। जल्द ही विश्वविद्यालय के एलुमनाई का एसोसिएशन बनाया जाए ताकि भविष्य में उन्नति हेतु उनसे संपर्क स्थापित किए जा सकें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक माह के द्वितीय शनिवार को एल्यूम्नाई बैठक का आयोजन किया जाएगा।इस अवसर पर विश्वविद्यालय से उत्तीर्ण विद्यार्थी जो कि आज विभिन्न क्षेत्रों में दिग्गज इंडस्ट्रियलिस्ट, शिक्षाविद एवं उच्च पदों पर स्थापित एल्युम्नाई शामिल हुए और विश्विद्यालय के कुलपति द्वारा आयोजित इस बैठक की सराहना की। सभी ने विश्वविद्यालय हित में अपने विचार इस बैठक में प्रस्तुत किए। सुविवि के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष व अमिटी विश्वविद्यलय के डॉ. राधेश्याम राय ने अपने सुझाव में कहा कि यदि प्रत्येक एलुमनाई विश्वविद्यालय को एक एक पुस्तक भेंट करें और इन पुस्तकों को पुस्तकालयों में संग्रहित किया जाए तो इससे अध्ययनरत विद्यार्थियों को ज्ञान का एक बड़ा स्रोत प्राप्त हो सकता है। इस अवसर पर छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष अनिल कोठारी ने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण अवसर साबित होगा जब विश्वविद्यालय कुल के कुलपति द्वारा विश्वविद्यालय के एलुमनाई से सीधी बातचीत की जा रही है। एलुमनाई सदैव विश्वविद्यालय के हित के लिए सेवाएं प्रदान करने में तत्पर रहेंगे। पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष वसीम खान ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि आज का दौर उद्यमिता का दौर है, विद्यार्थियों को उद्यमिता की ओर बढ़ावा देना चाहिए जिससे स्वरोजगारी बन सके। शांति बिजनेस स्कूल अहमदाबाद की डॉ. नेहा बंसल ने विभिन्न अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों से मेमोरेंडम आफ अंडरस्टैंडिंग हस्ताक्षरित करने में सहयोग की पहल की। यूके से जुड़ी हरिप्रिया व्यास ने आईटी क्षेत्र में बड़ी कंपनियों के साथ में विश्वविद्यालय को जोड़ने की बात कही। डॉ. एम. एल. कालरा ने विज्ञान के जरिए विद्यार्थियों को शोध एवं तकनीक में गहन अध्ययन करने की प्रेरणा दी। मल्टी नैशनल कम्पनी में कार्यरत श्री रवि निगम ने विद्यार्थियों को कॉर्पोरेट जगत की मांग के अनुरूप तैयार करने की बात कही। फ्लेम विश्वविद्यालय के डीन द्वारिका प्रसाद उनियाल ने विद्यार्थियों के कौशल विकास में मदद करने का प्रस्ताव रखा। वित्तीय क्षेत्र में उपलब्धि हासिल कर चुके हिमांशु व्यापक ने विद्यार्थियों को वित्तीय प्रबंधन की शिक्षा प्रदान करने में सहयोग देने की बात कही साथ ही गरीब विद्यार्थियों के लिये वित्तीय शिक्षण में सर्टीफिकेशन पाठ्यक्रम शुरू करने में सहयोग करने की बात कही। मालदीव से जुड़े वैभव गर्ग ने विद्यार्थियों को उनकी आगामी ब्रांच में रोजगार दिलवाने की बात कही। पत्रकारिता विभाग के एलुमनी एसोसिएशन (उजास) के अध्यक्ष मनीष कोठारी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को बढ़ाने एवं रिसर्च की गुणवत्ता को बढ़ाने की बात कही। वाणिज्य महाविद्यालय के डीन प्रो पीके सिंह, सामाजिक विज्ञान एवं मानविकी महाविद्यालय के डीन प्रो सीमा मलिक एवं पत्रकारिता विभाग के प्रभारी एवं प्रवक्ता डॉ कुंजन आचार्य ने एलुमनी की हैसियत से अपने विचार व्यक्त किए।कार्यक्रम का संचालन करते हुए प्रो. अनिल कोठारी ने कहा कि माननीय कुलपति के मार्गदर्शन में यह बैठक भविष्योन्मुखी सोच का परिचायक है जिससे विभिन्न क्षेत्रों के नए आयामों को स्पर्श कर उन्हें वर्तमान परिदृश्य में आत्मसात करने में मदद मिलेगा। धन्यवाद डॉ कुंजन आचार्य ने दिया।इस ऑनलाईन बैठक में तकरीबन 135 एल्युम्नाई ने प्रतिभागिता की। इस अवसर पर प्रो. बी. एल . आहूजा, प्रो मदन सिंह राठौड़, प्रो पीएम यादव,डॉ. अविनाश पँवार, डॉ दीपेंद्र सिंह, आदि मौजूद थे।