सुविवि : अंतरराष्ट्रीय भौगोलिक यूनियन की कांफ्रेस आज से, 40 देशों के 700 विद्वान लेंगे भाग

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उदयपुर। अंतर्राष्ट्रीय भौगोलिक यूनियन एवं मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में “वैश्विक से स्थानीय सतत पोषणीयता और भविष्य की पृथ्वी” विषय पर तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन शुक्रवार को होगा। यह एक वर्चुअल कॉन्फ्रेंस है। कार्यक्रम की संयोजक एवं सुखाड़िया विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग की अध्यक्ष प्रोफेसर साधना कोठारी ने बताया कि इस तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय वर्चुअल कॉन्फ्रेंस की शुरुआत शुक्रवार को सुबह सवा ग्यारह बजे होगी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजस्थान के राज्यपाल एवं सुखाड़िया विश्वविद्यालय के कुलाधिपति कलराज मिश्र होंगे। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत कार्यक्रम के सम्मानित अतिथि होंगे। इसके साथ ही कार्यक्रम के विशेष अतिथि के रूप में अंतरराष्ट्रीय भौगोलिक यूनियन के अध्यक्ष केपटाउन विश्वविद्यालय के पर्यावरण एवं भौगोलिक विज्ञान विभाग के प्रोफ़ेसर मिशेमीडोज शिरकत करेंगे। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के तौर पर अंतरराष्ट्रीय भूगोल यूनियन के महासचिव कोषाध्यक्ष तथा दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के भूगोल विभाग के प्रोफेसर आर बी सिंह उद्बोधन देंगे। आयोजन सचिव डॉ. भंवर विश्वेंद्र राज सिंह ने बताया कि इस प्रकार की अंतर्राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस राजस्थान में पहली बार आयोजित की जा रही है जिसमे अब तक 40 देशों के 700 से ज्यादा प्रतिभागियों ने पंजीकरण कराया है। इस कॉन्फ्रेंस में कुल 15 सत्र आयोजित होंगे।

क्या है अंतर्राष्ट्रीय भौगोलिक यूनियन

अंतर्राष्ट्रीय भौगोलिक यूनियन एक गैर सरकारी व्यवसायिक संगठन है जो भूगोल विषय के विकास के लिए समर्पित है। इस यूनियन का उद्देश्य शोध एवं अध्यापन के माध्यम से भूगोल विषय को पूरे विश्व में प्रोत्साहित करना है। यह कॉन्फ्रेंस सतत विकास लक्ष्यों को हासिल करने की दिशा में किए गए प्रयासों एवं भावी प्रयासों पर चर्चा करने का एक मंच दे रही है। सतत विश्व का निर्माण, सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु जलवायु परिवर्तन को प्राथमिकता देना, भविष्य की पृथ्वी के लिए नवाचार एवं विचारों को प्रोत्साहित करना एवं कनेक्ट टू नेचर के लिए उपागम विकसित करना इस कांफ्रेंस के प्रमुख उद्देश्य हैं।

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