- कल्याण सिंह के पुत्र वैभवराज सिंह ने थामा कांग्रेस का हाथ
- भाजपा जिलाध्यक्ष और पूर्व महामंत्री पर लगाए आरोप
- 2000 कार्यकर्ताओं को भी कांग्रेस जॉइन करवाने का किया दावा
उदयपुर। अभी तो मैं गया हूँ कांग्रेस के खेमे में, कुछ दिन रुको 2000 कार्यकर्ताओं को लेकर नहीं जाऊ तो मेरा नाम बदल देना। जिलाध्यक्ष वीरेंद्र पुरोहित और पूर्व महामंत्री रहे भीम सिंह नाम के व्यक्ति ने पूरी पार्टी की 12 बजाकर रखी है। तभी तो हमारे परिवार को हर बार टारगेट किया जा रहा है। जिलाध्यक्ष अपने चहेतों को इसलिए टिकट दे रहे है ताकि आगामी विधानसभा चुनाव में खुद इन्ही के दम पर विधायक की कुर्सी तक पहुंच सके। इसी मंशा के चलते जिलाध्यक्ष कमल की (भाजपा) जड़ों में तेजाब डालने का काम कर रहे है।
ये कहना था राजसमन्द के दिग्गज नेता कल्याण सिंह के पुत्र और भाजपा से निकलकर कांग्रेस का हाथ थामने वाले वैभवराज सिंह चौहान का। उन्होंने The udaipur updates को दिए एक विशेष इंटरव्यू में कहा कि मेरे पिताजी और मेरे पूरे परिवार ने भाजपा के पौधे को सींच सींच कर बड़ा किया। जब तक पिताजी रहे सब कुछ ठीक चलता रहा। लेकिन जैसे ही पिताजी (पूर्व विधायक कल्याण सिंह चौहान) का स्वर्गवास हुआ कि भाजपा में पोपा बाई का राज शुरू हो गया। उनका कहना है कि गत विधानसभा चुनाव में मेरे भाई योगेंद्र सिंह ने टिकट मांगा तो भाजपा ने महेशप्रताप सिंह को मैदान में उतार दिया। हमारे परिवार ने फिर भी आलाकमान का आदेश माना और महेश प्रताप सिंह के साथ तन मन धन से जुट गए। ये और बात रही कि महेशप्रताप सिंह को शिकस्त मिली मगर हमारे परिवार ने कोई कसर नहीं छोड़ी। सांसद के चुनाव में भी दियाकुमारी के साथ हमने पूरी जी जान लगा दी और विजयी दिलाई।

पिछले चुनाव में 3 बजे नाम उठाने के लिए प्रेशर बनाया
वैभवराज का दावा है कि पिछले पंचायती राज चुनाव में मेरे भाई योगेंद्र पर रात 3 बजे दबाव बनाकर उसको नाम उठाने के लिए राजी किया। तब भी आश्वासन दिया गया कि हम कुछ नया मुकाम देंगे मगर कुछ नहीं हुआ। इस बार भी मेरी गृह पंचायत क्षेत्र से मैंने टिकट मांगा। उसको भी सिरे से खारिज कर दिया। यही नहीं मेरी भाभी ने वार्ड 15 से टिकट के लिए दावेदारी की और पैनल में नाम भी चला। जिलाध्यक्ष को फोन लगाया तब वो जयपुर थे उस वक्त उन्होंने ये कहा कि आप फॉर्म भरने की तैयारी करो आपका टिकट फाइनल है और फिर अचानक नाम उड़ा दिया। बस इसी बात से खफा होकर मैंने मेरे पिताजी की सबसे दिल के करीब रही पार्टी को अलविदा कह दिया।
सीपी जोशी ने पिता की तरह सम्बल दिया, उन्ही से प्रभावित हूँ
वैभवराज सिंह से जब कांग्रेस का हाथ थामने का कारण पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैं डॉक्टर सीपी जोशी से काफी प्रभावित रहा हूँ। उन्होंने मेरे पिताजी के जाने के बाद भी पिताजी की तरह ही सम्बल दिया। भाजपा में होने के बावजूद उन्होने हर समय हमें अपना परिवार का ही सदस्य माना। उन्हीं से प्रभावित होकर मैंने कांग्रेस जॉइन की है। हमने इस पूरे मामले पर भाजपा जिलाध्यक्ष वीरेंद्र का भी पक्ष जानने के लिए उनसे संपर्क किया मगर सम्पर्क नहीं हो पाया।
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