बाहर से आने वाले प्रवासी संकट में, कोरोना का खतरा
राजसमंद, चेतना भाट। जहां एक ओर पूरे देश व विश्व अभी कोरोना संक्रमण से जूंझ रहा है। राज्य व केन्द्र सरकारें कोरोना की रोकथाम को लेकर गाईड लाईन की पालना कराने के साथ ही विभिन्न जनत कर रही है। प्रदेश में हर रोज सैंकड़ों कोरोना संक्रमितों के मामले सामने आ रहे है। ना को कोरोना संक्रमण को रोकने में सफलता मिली है ना ही इसकी वैक्सीन बन पाई है। अभी कोरोना संक्रमण का कहर जारी है। लेकिन इन सभी बातों के बीच चारभुजा के माहेश्वरी सदन स्थित कोरोना सेंटर शायद कोरोना से मुक्ति पाने में सफल हो गया है। पूरे कुंभलगढ़ क्षेत्र के लिए चारभुजा में माहेश्वरी सदन में बनाया गया कोरोना सेंटर पिछले दो माह से बंद कर दिया गया है। जिससे ना सिर्फ कोरोना की जांच रूकी हुई है बल्कि बाहर से आने वाले यात्रियों की भी जांच नहीं हो पा रही है। ऐसे में क्षेत्र में बड़े स्तर पर कोरोना संक्रमण के फैलने का खतरा बना हुआ है। ईधर, इन दिनों हर तरफ बहुतायात में शादी समारोह भी आयोजित किए जा रहे है। क्षेत्र में मुम्बई, अहमदाबाद, सूरत व अन्य प्रांतों से भी बड़ी संख्या में प्रवासियों के आने का दौर जारी है। सेंटर बंद होने के कारण ना तो प्रवासियों के कोरोना की जांच हो रही है और ना ही राज्य सरकार की गाईड लाईन की पालना। मुम्बई वापस जाने वाले प्रवासियों से बोर्डर लगे चैक पोईंट पर टैक्सी, वीडियो कोच य हवाई यात्रा करने से पूर्व 36 घण्टे पहले की कोरोना जांच की नेगेटिव रिपोर्ट मांगी जा रही है। चारभुजा व केलवाड़ा में जांच सेंटर बंद होने के कारण प्रवासियों को मुम्बई लौटने के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। प्रवासियों को जांच के लिए यहां वहां भटकना पड़ रहा है। सेंटर को बंद कराने के पीछे का कारण तो पता नहीं पर प्रशासन, पंचायत या स्वास्थ्य विभाग की यह लापरवाही क्षेत्र के निवासियों के लिए मुसिबत जरूर खड़ी कर सकती है।