रोशन बोले-नाम रोशन है तो कोरोना में कम से कम नाम तो सार्थक करें

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नाथद्वारा। किए हैं खून से रोशन वफाओं के दिए रोशन, हजारों आंधियां उठे यह मद्धम नहीं होंगे। शायर के इन पंक्तियों को साकार कर रहे हैं। बोरवाड़ी निवासी रोशन गहलोत जब विश्वव्यापी महामारी से लॉकडाउन हुआ तब लॉक डाउन की पालना करते हुए भी सेवा के जज्बे से समाज को सन्देश दे रहे थे। सिलाई बुनाई का काम करने वाले रोशन गहलोत कोरोना फाइटर से कम नहीं है।
लोकडाउन के चलते इनका करोबार ठप हो गया है, लेकिन पत्नी के साथ मिलकर समाज सेवा का अनूठा कार्य कर रहे है। इन की पत्नी सोनल गहलोत ने भी दिन रात मास्क सील कर लोगों को वितरित किए हैं। अब तक दोनों पति पत्नी 12000 मास्क सिलकर निशुल्क लोगो मे वितरण कर चुके है।

मास्क खरीद कर भी कर रहे वितरित

रोशन गहलोत के द्वारा मास्क खरीद कर भी लोगो को कम दामो में भी उपलब्ध करा रहे है। और इनकी एक खासियत यह भी रही है कि इन को बिना मास्क कोई दिखाई देता है। तो उसे मास्क निशुल्क उपलब्ध करवाते हैं और उसे जागरूक करते हुए मार्क्स लगाने के लिए प्रेरित करते हैं। रोशन का कहना है कि नाम रोशन है तो कोरोना के इस काल में जिम्मेदारी भी बनती है इस नाम को सार्थक करें।

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