उदयपुर। सहकारी संस्था नेफेड ने लगातार बढ़ रहे प्याज के दामों पर ब्रेक लगाने के लिए शुक्रवार को 15,000 टन आयातित प्याज की आपूर्ति के आदेश जारी किए हैं। नेफेड ने कहा- इस फैसले से घरेलू बाजार में प्याज की उपलब्धता बढ़ेगी, जिससे कीमत कम होगी। आयात किए गए प्याज को बंदरगाह शहरों से वितरित किया जाएगा। इसके लिए राज्यों से भी उनकी मांग अनुसार सप्लाई के लिए पूछा गया है। संस्था ने आयातित प्याज की अतिरिक्त आपूर्ति के लिए नियमित निविदा जारी करने की योजना बनाई है।
आयात में भारतीयों की पसंद का खास खयाल
नेफेड ने कहा कि इस बार आयातित प्याज की क्वालिटी और साइज पर खास ध्यान दिया गया है। भारतीय उपभोक्ता आमतौर पर मीडियम साइज के प्याज को पसंद करते हैं। जबकि विदेशी प्याज देसी प्याज की तुलना में 80 मिमी तक बड़े होते हैं। पिछले वर्ष एमएमटीसी ने तुर्की और मिस्र से लाल, गुलाबी, और पीले प्याज का आयात किया था। इस साल इससे अच्छी क्वालिटी के प्याज की आपूर्ति के लिए निजी आयातकों को आगे लाया गया।
बफर आयात, नई आवक से बढ़ेगी प्याज की आपूर्ति
नेफेड का कहना है कि प्याज की थोक और खुदरा कीमतों में लगातार गिरावट देखी जा रही है। राजस्थान, कर्नाटक, महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों से रबी के पुराने स्टॉक और खरीफ के नए स्टॉक की आवक से प्याज की लगातार बढ़ती कीमतों पर फिलहाल ब्रेक लगा है। नेफेड ने उम्मीद जताई कि सरकार के नीतिगत हस्तक्षेप और बफर, आयात तथा नई आवक से आपूर्ति में तेजी होगी और प्याज का बाजार जल्द ही सामान्य हो जाएगा। मंडी भाव को देखें तो देश के कुछ हिस्सों में फिलहाल प्याज की खुदरा कीमतें 80-100 रुपए प्रति किलोग्राम तक हैं।