राजसमंद : रतनी, सोहनी एवं कैलाश देवी, इनमें से एक महिला बन सकती है जिला प्रमुख

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जिला प्रमुख के लिए भाजपा में फंसा पेच
ओबीसी वर्ग की महिला के लिए आरक्षित है जिला प्रमुख का पद
राजसमंद पंचायत समिति में लगातार तीसरी बार बनेगा भाजपा का प्रधान
आज होगा जिला प्रमुख व प्रधान का चुनाव
भाजपा में तीन नामों का तैयार हुआ पैनल
अरविंदसिंह एवं बसंत कुंवर में से कोई एक बनेगा राजसमंद पंचायत समिति का प्रधान
राजसमंद, चेतना भाट। जिला परिषद में जिला प्रमुख पद पर भाजपा का कब्जा कायम है, यहां पर जिला प्रमुख का चुनाव गुरूवार को होगा। साथ ही जिले की रेलमगरा, खमनोर एवं देलवाड़ा पंचायत समिति में कांग्रेस का प्रधान बनेगा। वहीं कुंभलगढ़, राजसमंद, आमेट, भीम एवं देवगढ़ में प्रधान पद पर भाजपा ने अपना कब्जा कायम रखा। यहां पर भाजपा के प्रधान बनेंगे हालांकि कुंभलगढ़ में भाजपा के पास 9 सीट एवं कांग्रेस के पास आठ सीटे होने के चलते प्रधान पद को लेकर कशमाकस हो रहीं है। जिला परिषद में भाजपा के पास 17 एवं कांग्रेस को 8 आठ सीटें मिली है। जिसके चलते जिला प्रमुख के पद पर भाजपा का जिला प्रमुख बनना तय हो गया है। लेकिन भाजपा की ओर से जिला प्रमुख के उम्मीदवार के नाम को लेकर माथापच्ची चलती रहीं। सूत्रों के अनुसार रात्री में भाजपा कार्यालय में आयोजित बैठक में दो नामों पर चर्चा हुई जिसमें आमेट क्षेत्र के वार्ड 13 से विजेता प्रत्याशी रतनी देवी जाट एवं वार्ड 17 से विजेता हुई भाजपा उम्मीदवार सोहनीदेवी गुर्जर के नामों को लेकर चर्चा चलती रहीं। कुंभलगढ़ विधायक सुरेन्द्रसिंह राठौड़ की ओर से जिला प्रमुख के पद पर रतनीदेवी के नाम पर भाजपा की ओर से मुहर लगाने की बात कहीं। राठौड़ का मानना है कि जिलेभर में 17 सीटों पर भाजपा का कब्जा है, उसमें से 7 सीटे आमेट व कुंभलगढ़ क्षेत्र से जीतकर आए है। इसलिए जिला प्रमुख के पद पर कुंभलगढ़-आमेट क्षेत्र में आने वाले उम्मीदवार का हक बनता है। वहीं दूसरी ओर राजसमंद पंचायत समिति के बिनोल ग्राम पंचायत की पूर्व सरपंच एवं वार्ड 17 से विजेता भाजपा प्रत्याशी सोहनीदेवी गुर्जर को जिला प्रमुख बनाने के लिए एक खेमा अड़ा हुआ। उन्होंने आलाकमान एवं प्रभारी सहित अन्य भाजपा नेताओं को सोहनीदेवी गुर्जर को जिला प्रमुख बनाने की मांग की है। सोहनी देवी गुर्जर वर्तमान में भाजपा जिला पदाधिकारी एवं अनुभवी महिला नेता होने के चलते उनको जिला प्रमुख के पद पर पहुंचाने की दुहाई दे रहें है। दोनों ही नामों पर सहमती नहीं बनने पर तीसरे नाम में विकल्प के तौर पर जिला परिषद के वार्ड संख्या 4 से विजेता भाजपा प्रत्याशी कैलाशी देवी गुर्जर को भी जिला प्रमुख बनाया जा सकता है।
भाजपा कौर कमेटी में होगा नाम तय
राजसमंद जिला परिषद में जिला प्रमुख के नाम को लेकर संशय बना रहा। नाम पर अंतिम मूहर लाने के लिए बुधवार देर रात भाजपा जिला कार्यालय में भाजपा नेताओं ने पार्टी की ओर से गठीत कौर कमेटी के पदाधिकारियों की बैठक हुई। सासंद दिया कुमारी, जिसमें प्रभारी व उदयपुर पूर्व महापोर चन्द्रसिंह कोठारी, पूर्व भीम विधायक हरसिंह रावत, भाजपा जिलाध्यक्ष विरेन्द्र पुरोहित, महामंत्री सुनील जोशी, हरिसिंह राव, शोभालाल रेगर, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष भवंरलाल शर्मा, जिला चुनाव संयोजक नंदलाल सिंघवी सहित पदाधिकारी ने तीन नामों के तौर पर पैनल तैयार किया गया है। अंतिम मुहर प्रदेश नेतृत्व के निर्णय के बाद ही होगा।
राजसमंद में प्रधान पद को लेकर माथा पच्ची जारी
वहीं राजसमंद पंचायत समिति में प्रधान पद को लेकर भाजपा में गमासान मचा हुआ है। अपने-अपने पक्ष का प्रधान बनाना चाएगा। गौरतलब है कि राजसमंद जिले में पिछले 15 वर्षों से किरण माहेश्वरी एवं गुलाबचंद कटारिया के गुट में वर्चस्व को लेकर पार्टी स्तर पर आपसी मनमुटाव चलता आया है। उसके बावजूद भी राजसमंद विधानसभा क्षेत्र सहित जिलेभर में पार्टी स्तर पर होने वाले निर्णयों में किरण माहेश्वरी की चलती रहीं। लेकिन हाल ही में विधायक किरण माहेश्वरी के निधन होने से किरण गुट कमजोर होता दिखाई दे रहा है। विधायक माहेश्वरी के अभाव के चलते यहां राजसमंद पंचायत समिति में प्रधान पद पर भाजपा के दूसरे गुट का निर्णय भारी पड़ता दिखाई दे रहा है। इस गुट की ओर से वहीं पार्टी के शिर्ष नेतृत्व तक मजबूत दावेदार के नाम की पैरवी करने वाले नेता के अभाव में पहले गुट को पार्टी के शिर्ष नेतृत्व के निर्णय का इंतजार है।
प्रधान बनाने को लेकर अपने-अपने दावें
पंचायत समिति में प्रधान पद को लेकर जीते हुए उम्मीदवारों को दो गुटों में बाड़ाबंदी की हुई है। एक गुट वार्ड संख्या 17 से विजेता अरविंदसिंह के नाम का समर्थन कर रहां है इनका कहना है कि कांग्रेस के दिग्गजनेता एवं पीसीसी सदस्य हरिसिंह राठौड़ के पुत्र एवं कांग्रेस की ओर से प्रधान के उम्मीदवार माने जा रहें दिग्विजयसिंह राठौड़ को हराया है, जिसके चलते अरविंदसिंह को ही प्रधान पद मिलना चाहिए। तो दूसरा गुट भाजपानेता एवं मण्डल अध्यक्ष दिग्विजयसिंह भाटी की पत्नि बंसत कुंवर भाटी को प्रधान बनाने पर अड़ा हुआ है। दूसरे गुट का कहना है कि दिग्विजयसिंह भाटी विगत 20 सालों से पार्टी के विभिन्न पदों पर रहते हुए सेवा कर रहा है। बसंत कुंवर भाटी को प्रधान बनाया जाता है तो राजसमंद विधानसभा क्षेत्र के आने वाले उपचुनाव में भाजपा को मजबूती मिलेगी। बसंत कुंवर भाटी व उनके पति दिग्विजयसिंह भाटी पूर्व में मोही ग्राम पंचायत की सरपंच भी रह चुके है और वर्तमान में वे मोही ग्राम पंचायत में उपसरपंच के पद पर पदस्थ है। वहीं दोनों ही राजपुत चेहरे को मौका नहीं देने पर तीसरे विकल्प के तौर पर वार्ड संख्या 15 के विजेता उम्मीदवार प्रकाशचन्द्र पालीवाल को प्रधान बनाते हुए ब्राहमण समाज को मौका देना होगा। हालांकि सामान्य वर्ग के लिए आरक्षीत हुई प्रधान सीट पर पुरूष को प्रधान बनाने की प्राथमिकता रहेगी। लेकिन उसके बाद अगर कोई दावे पैच फंस जाता है तो
पांच में भाजपा व तीन पंचायत समितियों में कांग्रेस का कब्जा
राजसमंद, भीम, देवगढ़, कुंभलगढ़ एवं आमेट पंचायत समिति में भाजपा का बॉर्ड बनेगा। देलवाड़ा, खमनोर एवं रेलमगरा में कांग्रेस का बॉर्ड बनने के साथ प्रधान के पद पर कब्जा जमाया है। कुंभलगढ़ में 9 भाजपा एवं 8 पर कांग्रेस। आमेट में 12 भाजपा, 2 कांग्रेस एवं एक निर्दलिय। पंचायत समिति राजसमंद में 13 भाजपा एवं 5 कांग्रेस। भीम में 14 भाजपा एवं 2 कांग्रेस। देवगढ़ में 9 भाजपा एवं 5 कांग्रेस तथा एक निर्दलिय। खमनोर में 10 कांग्रेस, 7 भाजपा एवं 2 निर्दलिय। रेलमगरा में 11 कांग्रेस, 6 भाजपा। नवगठीत देलवाड़ा पंचायत समिति में 11 कांग्रेस व चार सीट पर भाजपा ने जीत दर्ज की है।
कुंभलगढ़ के लिए चारभुजा से प्रधान बनना तय
पंचायत समिति कुंभलगढ़ के लिए गुरुवार को भाजपा बोर्ड से बनने जा रहे प्रधान पद पर चारभुजा तहसील से ही प्रधान बनने की संभावना प्रबल हो गई है। 17 पंचायत समिति वार्ड में से 9 पर भाजपा व 8 पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। प्रधान पद सामान्य महिला के लिए आरक्षित हैं। भाजपा से 5 महिलाएं जीती है। इसमें प्रथम महिला एएसी से है। जबकि तीन पिंकी कुंवर, रेखा कुंवर सामान्य महिला तथा कमला दसाणा ओबीसी पद से विजेता रही है। इसमें रेखा कुंवर व कमला दसाणा प्रधान की प्रबल दावेदार मानी जा रही है। अगर राजपूत जाति से महिला प्रधान बन जाती है तो उपप्रधान की दौड़ में कैलाश गुर्जर को मौका मिल सकता है। कुंभलगढ़ तहसील से मात्र एक भाजपा की महिला प्रत्याशी जीती है। वहीं चारभुजा तहसील से 8 प्रत्याशी भाजपा से जीते हैं। इससे चारभुजा तहसील का दबदबा रहेगा। पूर्व में भी प्रधान व उपप्रधान भी चारभुजा तहसील से ही रहे। इस बार वार्ड 16 से भाजपा के गणपतसिंह सर्वाधिक 1189 मतों से जीते है। वहीं वार्ड एक से कांग्रेस प्रत्याशी देविका वैष्णव सबसे कम अंतराल 33 मतों से विजय हासिल की है। चारभुजा तहसील आमेट तहसील में विधायक सुरेंद्र सिंह राठौड़ की एक बार फिर मतदाताओं पर पकड़ मजबूत हो गई है।

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