मावली एग्जिट पोल : कांग्रेस 14 से 15 सीटें लेकर बना सकती है प्रधान, भाजपा को मिलेगा 8-9 का आंकड़ा

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मावली से ओम पुरोहित की रिपोर्ट
मावली। कल यानी मंगलवार को पंचायती राज चुनाव के परिणाम सबके सामने होंगे। लेकिन इससे पहले हमारी टीम ने मावली पंचायत की सभी 24 सीटों पर गहन सर्वे किया। राजनैतिक पंडितों, वोटरों और खुद प्रत्याशियों से बाड़ेबंदी में जाकर हमने उनके यहां की और अन्य सीटों की वास्तविक स्थिति के बारे में जाना। जो परिणाम सामने आए वो हम इस आर्टिकल में लेकर आए है। इस आर्टिकल में आपको मिलेगा मावली पंचायत समिति की एक-एक सीट की बारीक से बारीक सटीक जानकारी। फिलहाल बता दें कि मावली में कुल 25 सीटें है उनमें से एक सीट पहले ही कांग्रेस की झोली में जा चुकी है। हमने पूरे चुनावी सफर में आपको कई जानकारियों से रूबरू करवाया और यें भी बताया कि कौन-कौन प्रधान बनने की दौड़ में शामिल है। फिलहाल कांग्रेस से पूर्व विधायक पुष्कर लाल डांगी और नरेंद्र चंडालिया प्रधान बनने की दौड़ में शामिल है। पुष्कर डांगी के सामने नरेंद्र चंडालिया के नाम आने से कई समीकरण बने है तो कई बिगड़ गए है। इसके इतर भाजपा में चंद्रगुप्त चैहान के अलावा हरिश चैधरी और जीवन सिंह प्रधान पद के प्रबल दावेदार माने जा रहे है। हम इस सर्वे से इस निष्कर्ष पर पहुंचे है कि मावली में भाजपा को 9 से 10 जबकि कांग्रेस को 14 से 15 सीटें मिलने के अनुमान है। ऐसे में कांग्रेस का प्रधान बनना लगभग तय माना जा सकता है। यहां चर्चा है कि विधायक धर्मनारायण जोशी के निष्क्रिय रहना और प्रधान पद के प्रबल दावेदार कुलदीप सिंह चुंडावत को टिकट नहीं देकर निष्क्रिय करना भाजपा के लिए घातक साबित हो सकता है। आइये अब चलते है एक-एक सीट पर सीधे चुनावी सर्वे की ग्राउंड रिपोर्ट।

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वार्ड 01 : जावड़ व भानसोल पंचायत का क्षेत्र सामान्य महिला


मावली व नाथद्वारा विधानसभा की सरहद पर स्थित दोनों पंचायत में यहां से भाजपा प्रत्याक्षी कैलाश कुंवर तो कांग्रेस प्रत्याशी भंवर कुंवर के बीच मुकाबला है। पिछले दो चुनाव की बात करे तो 2010 में कांग्रेस तो 2015 में इस वार्ड से भाजपा के प्रत्याशी विजयी रहे। जावड़ सरपंच भाजपा समर्थित तो भानसोल सरपंच कांग्रेस समर्थित हैं। दोनों ही प्रत्याशी जावड़ ग्राम पंचायत की निवासी है। भाजपा प्रत्याशी कैलाश के पति 2015 में उपसरपंच रह चुके हैं तो कांग्रेस प्रत्याक्षी भंवर कुंवर का भतीजा वर्तमान में उपसरपंच है। इनका पुत्र एसएमवी काँलेज नाथद्वारा का प्रसीडेंट भी रहा है। स्थानीय मतदाताओं से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस वार्ड से कांग्रेस प्रत्याक्षी के जीतने के आसार ज्यादा लग रहे है।

वार्ड 02 : सिन्दू व महुड़ा पंचायत, सामान्य महिला


इस वार्ड से कांग्रेस प्रत्याक्षी सिन्दू निवासी अनुपमा गुर्जर तो भाजपा प्रत्याक्षी महुड़ा निवासी सुशीला कुंवर के बीच मुकाबला है। पिछले दो चुनाव 2010 में भाजपा तो 2015 कांग्रेस प्रत्याक्षी विजयी रहे। दोनों पंचायत में सरपंच कांग्रेस समर्थित है। कांग्रेस प्रत्याक्षी अनुपमा गुर्जर का भाई धीरज गुर्जर भीलवाड़ा में जहाजपुर विधानसभा का विधायक रह चुका है एवं वर्तमान कांग्रेस पार्टी के महासचिव है। इनकी सास पुष्पा देवी गुर्जर वर्तमान में सिन्दू सरपंच है एवं पूर्व में मावली पंचायत समिति की प्रधान रह चुकी हैं। वही भाजपा प्रत्याक्षी सुशीला कुंवर राव पूर्व में सरपंच पद का चुनाव लड़ चुकी है लेकिन हार सामना करना पड़ा था। इस वार्ड से कांग्रेस प्रत्याशी का पलड़ा भारी है और जीत निश्चित मानी जा सकती है।

वार्ड 03: धोली मंगरी व मांगथला पंचायत, सामान्य

इस वार्ड से भाजपा प्रत्याक्षी धोलीमंगरी निवासी प्रकाशचन्द्र वैरागी तो कांग्रेस प्रत्याक्षी घासा निवासी नरेन्द्र कुमार चंडालिया के बीच मुकाबला है। पिछले दो चुनाव की बात करे तो 2010 में इस वार्ड से कांग्रेस प्रत्याक्षी ने जीत दर्ज की तो 2015 में भाजपा प्रत्याशी विजयी रहे। वर्तमान में धोलीमंगरी पंचायत में कांग्रेस समर्थित सरपंच तो मांगथला पंचायत में भाजपा समर्थित सरपंच है। भाजपा प्रत्याशी प्रकाशचन्द्र वैरागी मावली मंडल भाजपा के युवा मोर्चा अध्यक्ष रहे चुके है। इनके परिवार का राजनीति से कोई खास नाता नहीं रहा है एवं इनका प्रथम चुनाव है तो वहीं कांग्रेस प्रत्याक्षी एवं प्रधान पद के दावेदारों में शामिल नरेन्द्र चंडालिया पूर्व में घासा पंचायत में सरपंच पद पर काबिज रह चुके है। साथ ही इनके पिताजी देवीलाल चंडालिया कांग्रेस के बड़े नेता माने जाते है। वे कई सालों तक घासा पंचायत में सरपंच पद पर काबिज रहे। इस वार्ड से कांग्रेस प्रत्याक्षी के विजयी होने के पूर्ण आसार है।

वार्ड 04: घासा पंचायत, एससी महिला

इस वार्ड में कांग्रेस प्रत्याक्षी घासा निवासी मोनिका सालवी है तो भाजपा प्रत्याक्षी नुरड़ा निवासी चंदा सालवी के बीच सीधा मुकाबला है। पिछले 2 चुनाव 2010 और 2015 में कांग्रेस प्रत्याक्षी विजयी रहे है। घासा ग्राम पंचायत को कांग्रेस का गढ़ माना जाता है। कांग्रेस प्रत्याक्षी मोनिका सालवी का प्रथम चुनाव है एवं परिवार का कोई खास राजनीति से संबंध नहीं है। वहीं भाजपा प्रत्याक्षी चंदा सालवी पूर्व में नुरड़ा ग्राम पंचायत सरपंच पद पर काबिज रह चुकी है और वर्तमान में महिला मोर्चा की महामंत्री है। इस वार्ड से कांग्रेस प्रत्याक्षी के विजयी होने के कयास लगाए जा सकते है। भाजपा कार्यकर्ताओं की नाराजगी साथ ही पूर्व विधायक ने बैठक कर के कई भाजपा कार्यकर्ताओं को कांग्रेस पार्टी में शामिल करवाया इससे कांग्रेस का पलड़ा भारी हो सकता है।


वार्ड 05 : रख्यावल व विजनवास पंचायत, एसटी पुरुष
इस वार्ड में भाजपा प्रत्याशी विजनवास निवासी ऊंकारलाल गमेती तो कांग्रेस प्रत्याक्षी रख्यावल निवासी शंकरलाल गमेती के बीच मुकाबला है। वर्तमान में रख्यावल ग्राम पंचायत में भाजपा समर्थित सरपंच तो विजनवास में कांग्रेस समर्थित सरपंच है। इस वार्ड में 2010 व 2015 दोनांे ही चुनाव में भाजपा प्रत्याक्षी विजयी रहे है। हालात को देखते हुए भाजपा हैट्रिक लगाने की तैयारी में है। रख्यावल ग्राम पंचायत के कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच आपसी फूट व विजनवास सरपंच के प्रति ग्राम पंचायतवासियों का असंतोष भाजपा प्रत्याशी के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।

वार्ड 07: खेमली पंचायत, ओबीसी वर्ग

इस वार्ड में कांग्रेस प्रत्याक्षी पूर्व विधायक पुष्करलाल डांगी तो भाजपा प्रत्याशी वर्तमान सरपंच पति देवीलाल डांगी के बीच मुकाबला है। इस वार्ड से कांग्रेस पार्टी से प्रधान पद के प्रबल दावेदार एवं पूर्व विधायक पुष्करलाल डांगी तो भाजपा से वर्तमान सरपंच पति देवीलाल डांगी के बीच मुकाबला है। दोनों ही प्रत्याशियों के बीच कड़ा मुकाबले के साथ ही कांग्रेस प्रत्याशी पुष्करलाल डाँगी की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। इस वार्ड में कांग्रेस प्रत्याक्षी पूर्व विधायक पुष्करलाल डांगी की जीत तय मानी जा रही है।

वार्ड 08 : गुड़ली व तुलसीदासजी की सराय पंचायत, सामान्य वर्ग

इस वार्ड से भाजपा प्रत्याक्षी तुलसीदासजी की सराय निवासी जवानसिंह राणावत तो कांग्रेस प्रत्याक्षी गुड़ली निवासी पूर्णाशंकर जोशी के बीच कड़ा मुकाबला है। पिछले दो चुनाव 2010 में कांग्रेस व 2015 में भाजपा प्रत्याक्षी विजयी रहे। वर्तमान में दोनों ही ग्राम पंचायत में सरपंच कांग्रेस समर्थित है। भाजपा प्रत्याक्षी जवान सिंह राणावत की धर्मपत्नी पूर्व में सरपंच व इनकी पुत्री 2015 में पंचायत समिति सदस्य पद पर काबिज रही। वही कांग्रेस प्रत्याक्षी पूर्णाशंकर जोशी की पत्नी 2015 में उपसरपंच पद पर काबिज रही। वर्तमान में उपसरपंच पद पर काबिज है। इस वार्ड में दोनांे ही प्रत्याशियों में कड़ी टक्कर है लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी का पिछले चुनाव के बाद सक्रिय होना फायदेमंद हो सकता है। कांग्रेस प्रत्याशी के सीट पर विजयी होने के आसार लग रहे है।

वार्ड 09: डबोक व मेड़ता पंचायत, ओबीसी महिला


इस वार्ड से भाजपा प्रत्याशी मेड़ता निवासी मुक्ता प्रजापत तो कांग्रेस प्रत्याक्षी डबोक निवासी कविता डांगी के बीच मुकाबला है। पिछले दो चुनावों की बात करे तो इस वार्ड से 2010 में कांग्रेस तो 2015 भाजपा प्रत्याशी विजयी रहे। वर्तमान में मेड़ता सरपंच भाजपा तो डबोक सरपंच कांग्रेस समर्थित सरपंच है। दोनों ही प्रत्याशियों का प्रथम चुनाव है एवं परिवार का राजनीति से कोई खास नाता नहीं है। इस वार्ड से भाजपा प्रत्याशी का विजयी रहने का अनुमान है।

वार्ड 10: नामरी व सालेराकलां, एसटी महिला

इस वार्ड से कांग्रेस प्रत्याशी नामरी निवासी मोहनी भील तो भाजपा प्रत्याक्षी सालेराराकलां निवासी भूरी बाई भील के बीच मुकाबला है। इस वार्ड में 2010 ओर 2020 में कांग्रेस प्रत्याशी विजयी रहे है। वर्तमान में ग्राम पंचायत नामरी व सालेरकलां दोनों ही ग्राम पंचायत में कांग्रेस समर्थित सरपंच है। यह वार्ड पूर्व विधायक दलीचंद डांगी का स्थानीय वार्ड है। इस वार्ड से कांग्रेस हैट्रिक की तैयारी में है और जीत निश्चित मानी जा रही है।

वार्ड 11 : नांदवेल व धूणीमाता पंचायत, ओबीसी वर्ग

इस वार्ड से भाजपा प्रत्याक्षी नांदवेल निवासी हरीश चैधरी तो कांग्रेस प्रत्याक्षी नांदवेल निवासी पुष्करलाल डांगी के बीच कड़ा मुकाबला है। वर्तमान में दोनों ही ग्राम पंचायत में कांग्रेस समर्थित सरपंच है। पिछले दो चुनाव 2010 व 2015 में भाजपा के प्रत्याक्षी विजयी रहे है एवं यह वार्ड भाजपा का गढ़ माना जाता है। लेकिन इस बार दोनांे ओर से भीतरघात की आशंका के कारण वोट का अंतर कम रहा। ऐसे में भाजपा को नुकसान तो होगा मगर जीत का आंकड़ा कम रहेगा। यहां भाजपा के हरिश चैधरी विजयी हो सकते है।


वार्ड 12: साकरिया खेड़ी व बोयणा पंचायत, सामान्य वर्ग
इस वार्ड में भाजपा प्रत्याक्षी बोयणा निवासी जीवन सिंह राव, कांग्रेस प्रत्याक्षी बोयणा निवासी शक्तिसिंह, जनता सेना प्रत्याक्षी साकरिया खेड़ी निवासी देवेन्द्र सिंह व निर्दलीय प्रत्याक्षी बोयणा निवासी गजेंद्र सिंह राव के बीच मुकाबला है। यह वार्ड मावली की राजनीति का अखाड़ा माना जाता है। इस वार्ड में भाजपा प्रत्याक्षी जीवनसिंह राव की पत्नी 2015 में सरपंच पद पर काबिज रही एवं वर्तमान में भी पुनः 2020 में सरपंच पद पर काबिज हुई। कांग्रेस प्रत्याक्षी शक्तिसिंह का प्रथम चुनाव है। साकरिया खेड़ी पंचायत को जनसंघ भाजपा का गड़ माना जाता है लेकिन पिछले 20 सालों में तीसरी बार सामान्य वर्ग की सीट आने पर भी प्रत्याशी नहीं दिया गया। वर्तमान में प्रधान सीट सामान्य होने एवं प्रधान पद के प्रबल दावेदार कुलदीप सिंह चूंडावत की जगह ओबीसी वर्ग के बोयणा सरपंच पति जीवन सिंह राव को दिया गया। साकरिया खेड़ी के मतदाताओं में नाराजगी के कारण जनता सेना ने भी अपना प्रत्याशी मैदान में उतार दिया था। जिससे भाजपा से नाराज स्थानीय लोगांे का जनता सेना प्रत्याक्षी को अच्छा समर्थन मिलता दिखाई दे रहा है। फिर भी इस वार्ड में भाजपा मंडल अध्यक्ष कुलदीप सिंह चूंडावत के प्रयास की मेहनत रंग लाएगी और बीजेपी के खाते में यह सीट आ सकती है।
वार्ड 13: सांगवा व वीरधोलिया पंचायत, सामान्य वर्ग

इस वार्ड में कांग्रेस प्रत्याक्षी सांगवा निवासी वर्षा आमेटा, भाजपा प्रत्याक्षी डबोक निवासी हिरालाल डांगी, निर्दलीय सांगवा निवासी मांगीलाल डांगी व बसपा प्रत्याशी विरधोलिया निवासी हिमालय मेघवाल के बीच मुकाबला है लेकिन मुख्य मुकाबला दोनों ही बड़ी पार्टी प्रत्याशियों के बीच है। पिछले चुनाव 2010 में भाजपा से पूर्व विधायक दलीचंद डांगी विजयी रहे। इसके बाद 2013 में उपचुनाव हुए तो यह सीट कांग्रेस के खाते में चली गई। सांगवा ग्राम पंचायत सरपंच कांग्रेस समर्थित तो विरधोलिया सरपंच भाजपा समर्थित है। कांग्रेस प्रत्याक्षी वर्षा आमेटा के पिता गोपाल आमेटा कई सालों तक ग्राम पंचायत सांगवा के सरपंच पद पर काबिज रहे है और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में माने जाते है। दूसरी ओर भाजपा प्रत्याक्षी हीरालाल डांगी 2010 में वार्ड 7 से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े थे और विजयी हुए। 2015 में इसकी पुत्री वार्ड 14 से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ी और विजयी हुई। यहां पर निर्दलीय उम्मीदवा के वोट काटने से कांग्रेस को फायदा हो सकता है और वर्षा आमेट विजयी हो सकती है।
वार्ड 14: नुरडा, भीमल व बांसलिया पंचायत, सामान्य महिला वर्ग
इस वार्ड में भाजपा प्रत्याक्षी नुरडा निवासी मंजू कुंवर तो कांग्रेस प्रत्याक्षी बांसलिया निवासी मांगी बाई गाडरी व बसपा प्रत्याक्षी बांसलिया निवासी के बीच मुकाबला है। पिछले चुनाव 2010 व 2015 में भाजपा प्रत्याक्षी विजयी रहे। नुरड़ा सरपंच कांग्रेस, भीमल सरपंच भाजपा व बांसलिया सरपंच भाजपा समर्थित है। भाजपा प्रत्याक्षी मंजू कुंवर पूर्व में वार्डपंच, इनके पति पूर्व सरपंच व वर्तमान में भाजपा मंडल अध्यक्ष है। वहीं कांग्रेस प्रत्याक्षी मांगी बाई गाडरी का प्रथम चुनाव है एवं इनके परिवार का राजनीति से कोई खास नाता नहीं है। यह वार्ड भाजपा का गढ़ माना जाता है। हालात को मध्येनजर यह वार्ड भाजपा के खाते जाने की पूरी संभावना है।

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वार्ड 15: मावली पंचायत, ओबीसी वर्ग
इस वार्ड से भाजपा प्रत्याशी मनोज पूजारी तो कांग्रेस प्रत्याक्षी दिनेशचंद (नटवर) गुर्जर के बीच कड़ा मुकाबला है। इस सीट पिछले चार चुनावांे में भाजपा का ही कब्जा है लेकिन इस बार कड़ी टक्कर है। भाजपा का जिला परिषद सदस्य मावली का स्थानीय होने से भाजपा प्रत्याक्षी के लिए फायदेमंद हो सकता है। वहीं दूसरी ओर कांगेस प्रत्याशी के पक्ष में स्थानीय कार्यकर्ताओं में जोश व भाजपा प्रत्याक्षी के खिलाफ स्थानीय कार्यकर्ताओ में रोष कांग्रेस प्रत्याक्षी के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। यहां कांटे की टक्कर है और परिणाम के बारे में कुछ भी कहा नहीं जा सकता है। ये सीट कांग्रेस के खाते में जा सकती है।
वार्ड 16: गादोली और गोलवाड़ा पंचायत, एसटी ओपन
इस वार्ड में भाजपा प्रत्याक्षी मोहनलाल भील तो कांग्रेस प्रत्याक्षी बाबूलाल भील के बीच मुकाबला है। दोनों पंचायतों में भाजपा का माहौल व कार्यकर्ताओं के प्रयास से ये वार्ड भाजपा के खाते में स्पष्ठ रूप से जाता दिखाई दे रहा है।
वार्ड 17: खेमपुर व आमली पंचायत, एससी ओपन
इस वार्ड में भाजपा प्रत्याशी मांगीलाल मेघवाल तो कांग्रेस प्रत्याशी लोगरलाल मेघवाल के बीच मुकाबला है। कांग्रेस प्रत्याशी का लड़का पूर्व में सरपंच रह चुका है। साथ ही प्रत्याशी शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त है इसलिए मतदाताओं का रुझान कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी के साथ जाता नजर आ रहा है और यह सीट कांग्रेस के खाते में जाना लगभग तय है।
वार्ड 18: ईटाली व ढूंढिया पंचायत, सामान्य महिला
इस वार्ड से कांग्रेस प्रत्याशी अंबाबाई, भाजपा प्रत्याशी मनोहर देवी चैबीसा व भाजपा से बागी प्रत्याशी गमेरी बाई जाट निर्दलीय के बीच मुकाबला है। इस वार्ड से भाजपा से बागी प्रत्याशी का चुनाव लड़ना कांग्रेस प्रत्याक्षी के लिए फायदेमंद होता नजर आ रहा है और यह वार्ड कांग्रेस के खाते जा रहा है।
वार्ड 19: बड़गांव व चंगेड़ी पंचायत, सामान्य
इस वार्ड से भाजपा प्रत्याक्षी भोमसिंह चूंडावत तो कांग्रेस प्रत्याक्षी हरीश जाट के बीच मुकाबला। हरीश जाट मावली तहसील के जाट समाज मे अध्यक्ष भी है। इस वार्ड से कांग्रेस प्रत्याक्षी हरीश जाट के जातिगत समीकरण एवं युवा चेहरा फायदेमंद रह सकता है।

वार्ड 20. वासनिकलां व लदानी, एससी महिला
इस वार्ड से भाजपा प्रत्याक्षी पूजा कारिवाल तो कांग्रेस प्रत्याक्षी पुष्पा कुमारी मेघवाल के बीच मुकाबला है। कांग्रेस प्रत्याक्षी का स्थानीय होना फायदेमंद हो सकता है। भाजपा मंडल अध्यक्ष का स्थानीय वार्ड है और यहां पर भाजपा कार्यकर्ताओं की नाराजगी भी देखी गई।
वार्ड 21: मोरठ व खरताना पंचायत, सामान्य महिला
इस वार्ड में भाजपा प्रत्याक्षी यशवंत कुंवर तो कांग्रेस प्रत्याक्षी दामिनी कुंवर के बीच मुकाबला है। इस वार्ड में भाजपा प्रत्याक्षी के पति का दोनो पंचायतों में अच्छा वजूद व मिलनसार होने की वजह से यह सीट भाजपा के खाते में जा सकती है।
वार्ड 22: जेवाणा व लोपडा पंचायत, सामान्य
इस वार्ड से भाजपा से प्रधान पद के दावेदार चन्द्रगुप्त सिंह चैहान तो कांग्रेस प्रत्याक्षी मोहनलाल चैधरी के बीच कड़ा मुकाबला है। भाजपा प्रत्याशी के पिताजी व माताजी पूर्व में विधायक पद पर काबिज रह चुके है और वर्तमान प्रत्याक्षी भाजपा के जिला महामंत्री पद कर काबिज है। वहीं कांग्रेस प्रत्याक्षी के पिताजी मावली में कई सालों तक सरपंच पद पर काबिज रहे है। साथ ही इनका व आसपास की पंचायतों के कार्यकताओं में अच्छी पकड़ है। दोनांे पंचायत में जाट बहुमुल्य क्षेत्र होने की वजह से कांग्रेस प्रत्याक्षी को फायदा होता दिख रहा है एवं जिला परिषद सदस्य वर्षों तक लोपड़ा वर्षो तक सरपंच पद पर काबिज रही है। इस वार्ड में कड़ा मुकाबला है इस कारण परिणाम चैंकाने वाले रहेंगे। यहां भाजपा के जीत के पूर्ण आसार बन रहे है।
वार्ड 23: बडियार, साकरोदा व फलीचड़ा, ओबीसी महिला
इस वार्ड में भाजपा प्रत्याक्षी चंदा जाट तो कांग्रेस प्रत्याक्षी वदामी गुर्जर के बीच मुकाबला है। इस वार्ड की तीनों पंचायतों में भाजपा कार्यकर्ताओ की एकजुटता व अच्छे प्रचार मेनेजमेंट को देखते हुए यह वार्ड भाजपा के खाते में जा सकता है।
वार्ड 24: पलनाकलां व पलानाखुर्द पंचायत, एसटी वर्ग
इस वार्ड से कांग्रेस प्रत्याक्षी सोहनलाल भील तो भाजपा प्रत्याशी मोतीलाल भील के बीच मुकाबला है। पलानाकला में भाजपा समर्थित सरपंच तो पलाना खुर्द में कांग्रेस समर्थित सरपंच है। इस वार्ड में भाजपा कार्यकर्ताओ में आपसी गुटबाजी के कारण यह वार्ड कांग्रेस के खाते में जा रहा है।।
वार्ड 25: थामला व वारणी पंचायत, सामान्य महिला
इस वार्ड से भाजपा प्रत्याक्षी निशा सोनी, कांग्रेस प्रत्याक्षी चंदा देवी व निर्दलीय प्रत्याक्षी किशन जाट के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है। इस वार्ड में निर्दलीय प्रत्याक्षी पूर्व में थांमला पंचायत में सरपंच पद पर काबिज रह चुका है और भाजपा समर्थित है। इस कारण भाजपा के मतदाताओं के बंटवारा होने की आशंका है। जिसका फायदा कांग्रेस प्रत्याक्षी को होता नजर आ रहा है और जीत कांग्रेस प्रत्याक्षी की जीत मानी जा रही है।

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