मातृ शिशु स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस की मोनिटरिंग में जिला राज्य भर में पहले पायदान पर

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राज्य स्तर से जारी होने वाली रेकींग में जिले ने हांसिल की पहली रेंक
राजसमंद, चेतना भाट। दूरस्थ ग्रामीण क्षैत्रों में गर्भवती महिलाओं, शिशुओं, धात्री माताओं, किशोर किशोरीयों के स्वास्थ्य के लिए समुदाय में जाकर आयोजित किए जाने वाले मातृ शिशु स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस की मोनिटरिंग को लेकर जिले ने पहला स्थान प्राप्त किया है। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रकाश चन्द्र शर्मा ने दी। उन्होंने बताया कि यह मुकाम सभी जिले वासियों के लिए गौरान्वित करने वाला है की चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के सभी स्वास्थ्य कार्यकर्ता दूरस्थ गांव-ढाणियों में जाकर महिलाओं, शिशुओं एवं किशोरीयों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं दे रही है तथा विभाग के पर्यवेक्षक अधिकारी सीएमएचओ, एसीसीएमएचओ, आरसीएचओं, डीप्टी सीएमएचओ, बीसीएमओ, चिकित्सा अधिकारी प्रभारी, स्वास्थ्य मार्गदर्शिकाएं, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, खंड कार्यक्रम प्रबंधक, जिला स्तरीय कॉर्डिनेटर, आशा सुपरवाईजर, कॉउन्सलर आयोजन स्थलों पर जाकर गहन निरीक्षण कर रहें है। कार्यक्रम के जिला नोडल अधिकारी एवं प्रभारी जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुरेश मीणा ने बताया की प्रति आयोजन के बाद राज्य स्तर से जिलो की रेंकींग जारी की जाती है। जिसमें जिला दूसरे, तीसरे व चौथे पायदान पर आता रहा है लेकिन इस बार जिले ने प्रथम रेंक हांसिल की है जो सभी के लिए खुशी की बता है। उन्होंने बताया कि मातृ मृत्यु दर एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए मातृ शिशु स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस के गुणवत्तापूर्ण आयोजन एवं मोनिटरिंग काफी महत्वपूर्ण है। इस दिन एएनएम के माध्यम से गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच, संस्थागत प्रसव के लिए प्रेरीत करना, बच्चो का टीकाकरण, बच्चो का वजन पौषाहार का वितरण एवं सलाह, बच्चों में कुपोषण की पहचान कर रेफर करना, किशोरी स्वास्थ्य सम्बन्धी महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं दी जाती है।

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