भीम-देवगढ़ पंस. की 30 सीटों पर 71, जिप की 5 सीटों पर 10 उम्मीदवारों के भाग्य ईवीएम में बंद

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भीम में 46.43 एवं देवगढ़ में 51.80 औसतन 48.41 प्रतिशत हुआ मतदान
मतदान को लेकर मतदाताओं में कम रहा उत्साह
कई मतदान केन्द्रों पर भीड़ तो कई पर सुस्तताते रहे मतदानकर्मी
राजसमंद/बरार। जिला परिषद एवं पंचायत समितियों के सदस्यों के प्रथम चरण के चुनाव सोमवार को भीम व देवगढ़ की कुल 54 ग्राम पंचायतों के 266 मतदान केन्द्रों पर शान्तिपूर्ण ढग़ से सम्पन्न हुए। दोनों पंचायत समितियों के लिए औसतन कुल 48.41 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। कुल 97 हजार 2 सौ 28 मतदाताओं ने अपने मतों का प्रयोग किया। मतदान प्रात: 7:30 बजे से पा्ररम्भ हुआ। दोनों पंचायत समितियों के मतदाताओं में अपने मतों के सही प्रयोग के प्रति उत्साह कम दिखने को मिला और हालांकि आरंभ में मतदान केन्द्रों पर कोरोना गाईडलाईन के अनुरुप ही लम्बी कतारों में दो गज दूरी, मास्क जरुरी व सेनेटाईजर के प्रति लोगों में रुचि एवं जागरुकता दिखी। पंचायती राज चुनाव के पहले चरण में जिले के भीम और देवगढ़ पंचायत समिति क्षेत्रों में जिला परिषद सदस्य एवं पंचायत समिति सदस्यों के लिए सोमवार सुबह 7:30 बजे से मतदान प्रारंभ हुआ। देवगढ़ व भीम क्षेत्र में दोपहर 12 बजे तक औसत मतदान हुआ है। भीम पंचायत समिति क्षेत्र में सुबह 10 बजे तक केवल 4.74 प्रतिशत तक मतदान हुआ जबकि देवगढ़ क्षेत्र में अच्छी गति के साथ 11.24 प्रतिशत मतदान हो चुका था। दोपहर 12 बजे तक देवगढ़ में 20 हजार 1 सौ 46 मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग करते हुए मतदान किया जिससे करीब (24.60 फीसदी) वोट पड़े तथा भीम में 18 हजार 1 सौ 95 मतदाताओं ने वोट डालते हुए कुल (15.88 प्रतिशत) मतदान हुआ। दोपहर 3 बजे तक भीम पंचायत समिति क्षेत्र में 36.64 प्रतिशत के साथ 46 हजार 4 सौ 92 मतदाताओं ने मतदान किया। वहीं देवगढ़ पंचायत समिति क्षेत्र में 42.87 प्रतिशत के साथ 31 हजार 7 सौ 6 मतदाताओं ने मतदान किया। सायं 5 बजे तक भीम पंचायत समिति क्षेत्र में 45.93 प्रतिशत के साथ 58 हजार 2 सौ 75 मतदाताओं ने मतदान किया। देवगढ़ पंचायत समिति क्षेत्र में 51.61 प्रतिशत के साथ 38 हजार 1 सौ 68 मतदाताओं ने मतदान किया। भीम में 46.43 एवं देवगढ़ में 51.80 प्रतिशत मतदान हुआ। मतदान समाप्ती तक औसतन भीम में 58 हजार 2 सौ 14 एवं देवगढ़ में 38 हजार 3 सौ 14 मतदाताओं ने मतदान करते हुए कुल 48.41 प्रतिशत मतदान हुआ। इससे पहले सुबह साढ़े सात बजे शुरू हुए मतदान की गति भीम में धीमी रही। निर्वाचन विभाग के मुताबिक जिलेभर में शांतिपूर्ण ढंग से मतदान प्रक्रिया सम्पन्न हुई। कहीं से कोई अप्रिय घटना के समाचार नहीं हैं। दो पंचायत समितियों के 30 सीटों पर 71 और जिला परिषद की पांच सीटों पर 10 उम्मीदवार मैदान में हैं।

जिला निर्वाचन अधिकारी ने किया मतदान केन्द्रों का किया निरीक्षण

जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलक्टर अरविन्द कुमार पोसवाल ने भीम व देवगढ़ क्षेत्रा के विभिन्न मतदान केन्द्रों पर पहुंचकर मतदान प्रक्रिया का निरीक्षण किया व कोरोना से सावधानी के बारे में मतदान सम्पन्न करवा रहे अधिकारियों व कार्मिकों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने थानेटा, लसाडिय़ा, बिलियावास, सारोठ, डूंगरखेड़ा, बार, शेखावास, बोरवा एवं लगेत खेड़ा आदि क्षेत्रों का निरीक्षण किया। प्रात: 7:30 बजे से आरंभ हुए मतदान में दिव्यांग मतदाताओं के लिए व्हीलचेयर की व्यवस्थाएं की गई थी, तो वहीं सेवाभावी स्काउट्स एवं गाईड्स ने बुजुर्ग मतदाताओं का मतदान केन्द्र के अन्दर व अपने मत का प्रयोग करने के पश्चात् वापस बाहर तक ले जाने में सहयोग करते हुए दिखे। पर्यवैक्षक राजेन्द्र भट्ट ने मतदान के दौरान भीम व देवगढ़ के तीन दर्जन से अधिक मतदान केन्द्रों का निरीक्षण किया। उन्होनें छापली मतदान केन्द्र पर लाईन में खड़े मतदाताओं को सोशल डिस्टेसिंग की पालना करने के लिए सभी मतदाताओं को आपस में दूरी बनाकर खड़ा करवाया। उन्होंने हर मतदाताओं को मास्क का उपयोग कराने एवं सेनेटाईजिंग करने के भी निर्देश दिए।

विकास के मुद्दे पर जनता करेगी कांग्रेस पर भरोसा

भीम विधायक सुदर्शनसिंह रावत ने दोपहर 2:30 बजे भीम पंचायत समिति के टोगी पंचायत समिति के बूथ संख्या 5 पर मतदान किया। उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहां कि भीम विधानसभा क्षेत्र विकास कार्यों में 15 सालों से पिछड़ा हुआ है। राज्य सरकार की ओर से भीम विधानसभा क्षेत्र में करोड़ों के विकास कार्य करवाएं गए है जो वर्तमान में प्रगतिरत है। विकास की कड़ी को जारी रखने एवं कड़ी से कड़ी मिलाने के इस नारे के उपर हमने गांव-गांव जाकर एवं विकास के बलबुत्ते पर जनता से पंचायत समिति एवं जिला परिषद सदस्यों के लिए वोट मांगे है। जनता ने भी आश्वस्त किया कि कांग्रेस सरकार के साथ हाथ मिलाते हुए जिप व पंस सदस्य जुताकर क्षेत्र में कांग्रेस का प्रधान बनाएंगे।

राजकुमारी फोटो की राजनीति छोडक़र धरातल पर आए

सासंद दियाकुमारी के आरोपों का जवाब देते हुए भीम विधायक सुदर्शनसिंह रावत ने कहां कि में संघर्ष एवं विकास की राजनिती करता हूं। सांसद केवल मात्र फोटो खिंचवाने की ही राजनिती करती है। जनता साक्षी है कि गौमती से ब्यावर तक पदयात्रा निकालकर फोरलैन सडक़ निर्माण के लिए पैदल मार्च किया था। उसी के दबाव में आकर केन्द्र सरकार ने फोरलैन सडक़ की स्वीकृति जारी की थी। मैं फोटो खिंचवाने के लिए पैदल नहीं चला, केवल यहां की जनता के लिए संघर्ष करने पैदल चला था। इस पूरे ईलाकें में हजारों की संख्या मे नौजवानों की मौते हुई थी। उस मौतों से हम लोग आहत थे। महारानी सासंद दियाकुमारी जयपुर से आकर चुनाव लड़ा उनकों क्या पता यहां के लोगों की क्या भावना है। लोग बहुत दु:खी थे। छ: साल तक प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री, सासंद एवं विधायक व केन्द्र सरकार तक भाजपा के थे उसके बावजूद भी फौरलेन सडक़ नहीं बन पाई।

भीम से एक जिला परिषद व देवगढ़ से पंस सदस्य की एक-सीट मिली कांग्रेस को

जिप सदस्य 23 से भाजपा प्रत्याशी का नामांकन जांच में तीन संतानों का मामला साबित होने पर वार्ड 23 से भाजपा प्रत्याशी का नामांकन खारिज हो गया था। जिसके चलते कांग्रेस की तारा देवी निर्विरोध निर्वाचित हो गई थी। भीम के इस वार्ड में भाजपा की सीता देवी अधिकृत प्रत्याशी थीं। यहां पंचायत समिति सदस्य की 16 सीटों पर 37 व जिला परिषद सदस्य की 4 सीटों पर मतदान हो रहा है। वहीं दूसरी ओर देवगढ़ के वार्ड संख्या में 11 में भाजपा प्रत्याशी के नामांकन वापस लेने से कांग्रेस प्रत्याशी का निर्विरोध निर्वाचन हो गया था। ऐसे में यहां अब 14 वार्डों में ही मतदान हो रहा है। इनमें कांग्रेस, भाजपा व निर्दलीय सहित 34 उम्मीदवार मैदान में हैं। देवगढ़ पंचायत समिति में कुल 15 वार्ड है। यहां पर वार्ड 11 से कांग्रेस प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित है। 14 वार्ड में पंस सदस्य के लिए चुनाव लड़ रहे 34 प्रत्याशियों के भाग्य मतदान के साथ ही इवीएम में बंद हो गए है। देवगढ़ में प्रधान पद के लिए सामान्य महिला के लिए आरक्षीत है। वहीं भीम पंचायत समिति के 16 वार्डों के लिए कुल 37 प्रत्याशी चुनावी मैदान में थे। जिनका मतदान समाप्ती के साथ ही भाग्य मशीनों में कैद हो गया है। भीम में प्रधान पद पर ओबीसी वर्ग के लिए आरक्षित है। भाजपा व कांग्रेस के पदाधिकारी अपने-अपने दल का प्रधान बनाने का दावा कर रहा है। हालांकि मतगणना के बाद ही तस्वीर साफ होगी।

विधायक के आंतक से परेशान है जनता

मगरा विकास बॉर्ड पूर्व अध्यक्ष व भीम पूर्व विधायक हरिसिंह रावत ने कहा कि कांग्रेस राज में भय, भूख व विधायक के आंतक से यहां की जतना परेशान व हताश है। जनता ने बिजली की बढ़ी हुई दरों के खिलाफ मतदान किया है। पूर्व विधायक रावत ने कहां कि नरेगा कार्य बंद होते हुए भी यहां के अधिकारियों एवं सरपंचों ने मतदाताओं को गुमराह करते हुए उनके जॉबकार्ड एकत्रित कर लिए। उन्हें कहां गया कि आप सब को नरेगा के लिए सुबह यहां आना है। मतदान करन के बाद यहां से नरेगा पर जाना है। जनता को गुमराह करके मतदान कराया गया। लेकिन मतदाता सब कुछ समझते है। ईवीएम खुलने के बाद यहां के विधायक को पता चलेगा कि हमने जनता के साथ क्यां किया है। भीम व देवगढ़ में प्रधान भाजपा का बनेगा। व यहां की पांचों ही जिला परिषद की सीटों पर विजय रहेंगे।

बाड़ा बंदी में रहेंगे भाजपा व कांग्रेस के प्रत्याशी

भीम व देवगढ़ पंचायत समिति सदस्यों के साथ जिला परिषद के वार्ड 22, 23, 24, 25 व 26 के कांगे्रस व भाजपा प्रत्याशियों को मतदान समाप्ती के बाद दानों ही दल के पदाधिकारियों ने अपने-अपने कब्जे में कर लिया है। 8 दिसम्बर को मतगणना के बाद विजेता प्रत्याशियों को अपने कब्जे में रखेंगे जबकि हारने वाले प्रत्याशियों को छोड़ दिया जाएगा। कांग्रेस व भाजपा दोनों ही दलों ने नेता अपने-अपने प्रधान बनाने के दावें कर रहे है। गौरतलब है कि मतगणना के बाद होने वाले जिला प्रमुख, उपजिला प्रमुख के साथ प्रधान व उपप्रधान के चुनाव तक बाड़ाबंदी में रहना होगा।

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