मृतक शोभावत के परिवार को सांत्वना देने पहुंचे भामसं पदाधिकारी
हमलावरों की गिरफ्तारी नहीं होने पर होगा आंदोलन
राजसमंद, चेतना भाट। जेके टायर कर्मचारी संघ के प्रमुख कार्यकर्ताओं की बैठक संघ के अध्यक्ष दिनेश पालीवाल की अध्यक्षता में संपन्न हुई। जिसमें 22 नवंबर 2020 को फैक्ट्री परिसर में कांग्रेस समर्थित इंटक के 12 कार्यकर्ताओं ने दोपहर की पारी में छूटने वाली शिफ्ट में भामसं कार्यकर्ता गोपाल शोभावत एवं अन्य चार कार्यकर्ताओं पर चाकू फेट व लात मुक्को से प्राणघातक हमला किया। जिसमें कार्यकर्ता गोपाल शोभावत की मृत्यु हो गई, जिस पर नामजद 12 हमलावरों की गिरफ्तारी अभी तक नहीं होने के कारण श्रमिकों में भारी रोष व्याप्त हो रहा है। भामसं जिला महामंत्री फतेह सिंह राव ने बताया कि बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि हमलावरों की आगामी 48 घंटे में गिरफ्तारी नहीं होने पर उग्र आंदोलन करने का निर्णय लिया गया। बैठक में भामसं प्रदेश उपाध्यक्ष अमरसिंह सांखला ने पुलिस प्रशासन पर राजनीतिक दबाव में मामले को कमजोर करने का आरोप लगाया। राजस्थान खनिज धातु मजदूर महासंघ प्रदेश महामंत्री प्रमोद कुंद्रा ने कहा कि 23 नवंबर को समाचार पत्र में पीएमओ ललित पुरोहित द्वारा शरीर पर चोट के निशान नहीं होने का झूठी जानकारी भी राजनीतिक दबाव में दी गई। जबकि मृतक के शरीर पर चोट के निशान मौजूद थे, जिनकों फोटोग्राफी में भी देखा जा सकता है। भामसं जिला महामंत्री फतेह सिंह राव ने पोस्टमार्टम कार्रवाई पर आरएनटी मेडिकल कॉलेज उदयपुर मेडिकल बोर्ड से पुन: कराए जाने की मांग रखी। संघ जिलाध्यक्ष दिनेश पालीवाल ने सभी आरोपियो की गिरफ्तारी नहीं होने पर जिला स्तर पर आंदोलन की चेतावनी दी। जेके यूनियन के मंत्री पवन सुरोलिया ने कहा कि 7 दिन में एक भी आरोपी गिरफ्तारी नहीं होने से श्रमिकों में भारी रोष है इस कारण गिरफ्तारी नहीं होने पर कलेक्ट्री पर प्रदर्शन किया जाएगा। बैठक में उदयपुर नगर निगम के पूर्व महापौर चंद्रसिंह कोठारी ने 22 नवंबर की घटना की पूरी जानकारी ली तथा उचित कार्यवाही करने का कार्यकर्ताओं को आश्वासन दिया। उसके बाद कोठारी मृतक गोपाल शोभावत के परिवारजनों को सांत्वना देने के लिए उनके निवास स्थान पहुंचे।