बिहार का एक संसदीय क्षेत्र है सीवान। 2011 की बात है। सीवान की दरौंधा सीट से विधायक जगमातो देवी का निधन हो जाता है। जगमातो देवी जेडीयू की सांसद कविता सिंह की सास और बाहुबली अजय सिंह की माता है। जगमातो देवी के निधन के बाद दरौंधा में उपचुनाव का बिगुल बजता है। जाहिर है कि उनके बेटे बाहुबलि अजय सिंह को इसी जगह दावेदारी ठोकनी थी। जैसे ही अजय सिंह ने दावेदारी पेश की नितीश कुमार ने ये दावेदारी रिटर्न कर दी। मने दावेदारी ठुकरा दी। उस वक्त नीतीश कुमार सीएम थे और अजय सिंह की शादी नहीं हुई थी। सीएम नीतीश कुमार ने अजय सिंह को एक टास्क दिया, बोले- किसी से शादी कर लो, हम उसे टिकट दे देंगे मगर तुमको ना देंगे। ये नीतीश ने तब बोला था जब उस समय पितृपक्ष चल रहा था। अजय सिंह के सामने ये संकट था कि पितृपक्ष में कोई शुभ कार्य नहीं हो सकता है तो शादी कैसे करें। फिर नीतीश कुमार के कहने पर अजय सिंह ने शादी के लिए तैयारी शुरू की। ये दुल्हन वहीं कविता सिंह थी जो बाद में सांसद बनी। कविता सिंह से पितृपक्ष में ही शादी रचा ली। टिकट के लिए बिना मुहूर्त के ही अजय सिंह ने कविता सिंह से फेरे ले लिए।
कहते है बिहार की राजनीति में बाहुबलियों का दबदबा हैं। हर दल में इनका खासा दखल रहता है। बीते कुछ सालों में बाहुबलियों ने राजनीति करने का तरीका ही बदल दिया है। ऐसे में बिहार के बाहुबली खुद नहीं बल्कि अपनी पत्नियों को चुनाव लड़ाते हैं और खुद पर्द के पिछे रहते है। कविता सिंह ऐसी ही महिला सांसद है जिसने पितृपक्ष में डॉन से शादी रचाई और पहले विधायक बनी थीं।
8 साल बाद सिवान में शहाबुद्दीन का साम्राज्य उखाड़ा
कविता सिंह जेडीयू की नेत्री और सिवान से सांसद हैं। कहते है कि बिहार की राजनीति में 2011 से पहले इस चेहरे को कोई नहीं जानता था। जैसे ही डॉन अजय सिंह से शादी कीं अचानक कविता सिंह चर्चा में आ गई। शादी के बाद कविता राजनीति में लगातार छाई हुई है। इसी का नतीजा है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में कविता सिंह ने शहाबुद्दीन का साम्राज्य हिलाकर रख दिया। उनकी पत्नी हिना शहाब को चुनाव में हराने वाली और कोई नहीं बल्कि कविता सिंह ही है। सिवान वो इलाका है जिसमें शहाबुद्दीन के बिना एक समय में पत्ता भी नहीं हिलता था। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव की बात है। सिवान सीट से शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब मैदान में थी और सामने थी कविता सिंह। इसलिए इस सीट पर मुकाबला काफी दिलचस्प होना था। कविता सिंह ने शहाबुद्दीन की पत्नी को करीब 1 लाख से ज्यादा वोटों से चुनाव में शिकस्त दे डाली। कविता सिंह को 4 लाख 48 हजार 473 और शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब को 3 लाख 31 हजार 515 वोट मिले थे।
जेडीयू ने थमाया था टिकट
शादी के बाद जेडीयू ने कविता सिंह को दरौंधा उपचुनाव का टिकट थमा दिया था। कविता सिंह चुनाव लड़ी और जीत गईं। जीत के बाद कविता सिंह बिहार के सीएम नीतीश कुमार से आर्शीवाद लेने पहुंचे। विधायक बनने के बाद कविता सिंह की खूब चर्चा हुई थी। पितृपक्ष में शादी को लेकर कविता सिंह बेबाकी से जवाब देती थीं।
2015 में जेडीयू ने फिर किया भरोसा
2015 के विधानसभा चुनाव में जेडीयू और आरजेडी के बीच गठबंधन था। सीएम नीतीश कुमार ने फिर से कविता देवी पर ही भरोसा जताया। कविता देवी नीतीश कुमार की उम्मीदों पर खरा उतरीं और फिर चुनाव जीत गईं। बाद में जेडीयू और आरजेडी में गठबंधन टूट गया। नीतीश कुमार फिर से बीजेपी के साथ आ गए। 2019 के लोकसभा चुनाव में अजय सिंह ने अपनी पत्नी कविता के लिए लोकसभा चुनाव का टिकट मांगा। जेडीयू ने कविता सिंह को लोकसभा का उम्मीदवार बनाया।
पति के साथ दिखती है एक्टिव
सिवान की राजनीति में अब कविता सिंह और उनके बाहुबली पति अजय सिंह का अच्छा-खासा दखल है। कविता सिंह अब कई सामाजिक गतिविधियों में एक्टिव रहती हैं। वहीं, उनके पति अजय सिंह हर राजनैतिक कार्यक्रमों में उनके साथ साए की तरह रहते हैं। विधानसभा चुनाव की वजह से कविता सिंह और उनके पति अजय सिंह एक बार फिर से चुनावी क्षेत्र में एक्टिव हैं।