
राजसमंद, चेतना भाट। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे द्वारा ग्राम पंचायत सैवंत्री के अंतर्गत कोयला गांव में वन अभ्यारण सेंचुरी के तहत बायो सेंचुरी विकसित करने के लिए घोषणा की थी। उसी घोषणा के तहत पंचायत द्वारा 40 बीघा वन क्षेत्र में सात-सात फीट ऊंची दीवारें बनाकर औषधि युक्त व पेड़ पौधे लगाने का कार्य जारी है। इसी अभयारण्य को देखने पाली जिला कलक्टर अंशुदीप व पाली जिला पुलिस अधीक्षक राहुल कोटोकी ने शनिवार को देसूरी क्षेत्र के कालेश्वर महादेव से मेवाड़ क्षेत्र के अम्बेश्वर महादेव तक पैदल जंगल सफारी की। रेंजर देवेंद्र पुरोहित ने बताया कि अधिकारियों ने पीपरोली माताजी, अम्बा बावड़ी, कालेश्वर महादेव, धर्म कुड़ी आदि स्थानों पर भ्रमण किया। मारवाड़ से मेवाड़ की सीमा प्रवेश कर सैवंत्री पंचायत की कोयल में बन रही जेम सेंचुरी का भी अवलोकन किया। सैवंत्री सरपंच विकास दवे ने सेंचुरी की जानकारी से अवगत कराया। निर्माणाधीन जेम सेंचुरी में वर्तमान में पेड़ पौधों को पानी पिलाने के लिए नरेगा के 2 श्रमिक लगे हुए हैं। इसी के साथ पंचायत की ओर से गांव में बेटी के जन्म पर परिवार से पेड़ पौधे लगाने की प्रथा भी प्रारंभ की है। अधिकारियों ने पंचायत को अधिक से अधिक औषधीय पौधे लगाने के लिए सुझाव दिए। सरपंच द्वारा जंगल के प्राकृतिक फल पपीता एवं सीताफल से अधिकारियों का स्वागत किया। इस अवसर पर सरपंच विकास दवे सहित उपसरपंच ओमप्रकाश तिवारी, मोहनसिंह खरवड़, पप्पूदास वैष्णव, पुरुषोत्तम सेवक, वदनसिंह, सीताराम सुथार आदि उपस्थित थे।