वेंटिलेटर उपलब्ध नहीं होने पर उदयपुर रैफर
राजसमंद, चेतना भाट। आरके जिला चिकित्सालय के पालना गृह में एक सप्ताह पहले 9 दिसम्बर को अपरान्ह 12 बजे किसी अज्ञात द्वारा परित्यक्त नवजात बालिका प्राप्त हुई है। पीएमओ डॉ. ललित पुरोहित ने बताया कि नवजात बालिका का वजन करीब 2.30 किग्रा है। बालिका को पालना गृह से प्राप्त कर तुरंत चिकित्सकीय सुविधा के लिए शिशु गहन चिकित्सा ईकाई में लिया गया है। बालरोग विशेषज्ञ डॉ. सारांश संबल ने बताया कि नवजात बालिका के फैंफड़े पूर्ण रूप से विकसित नहीं थे एवं उसे श्वास लेने में भी तकलिफ हो रही थी। आरके चिकित्सालय में वेंटिलेटर उपलब्ध नहीं होने पर बालिका को तुरंत उदयपुर रैफर किया गया। शिशगृह समंवयक प्रकाश सालवी ने बताया कि बालिका को उदयपुर राजकीय महाराणा भूपाल चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है जहां नवजात उपचाररत है। बाल अधिकारिता विभाग सहायक निदेशक कृष्णकांत सांखला ने बताया कि अनचाहे नवजात शिशु को सुरक्षित परित्याग करना चाहिए। इसके लिए शिशु को बाल कल्याण समिति अथवा बाल अधिकारिता विभाग को सुपुर्द किया जा सकता है या जिल में दो जगह आरके जिला चिकित्सालय एवं नाथद्वारा गोवर्धन चिकित्सालय के पालना गृह में सुरक्षित परित्याग किया जा सकता है। इस प्रकार परित्याग करने से काई एफआईआर दर्ज नहीं होती है। नवजात को किसी झाड़ी, सडक़ किनारे या नालियों में छोड़ कर किए गए असुरक्षित परित्याग से नवजात के जीवन को काफी क्षति पहुंचती है और इसके लिए एफआईआर दर्ज होती है।