
राजसमंद, चेतना भाट। गायत्री प्रकल्प चारभुजा द्वारा प्रतिवर्ष देव उठनी एकादशी छोटी दीवाली पर निकलने वाली रूपनारायण चारभुजानाथ की 11 कौसी परिक्रमा बुधवार को निकली गई। पदयात्रा से पूर्व पद यात्रियों ने प्रभुश्री चारभुजानाथ की मंगला आरती के दर्शन किए। इसके बाद नंगारखाने स्थित शिव प्रतिमा का अभिषेक किया। कुण्ड की सफाई से प्रारंभ हुई यात्रा गायत्री मंदिर होती हुई दूध तलाई पहुंची। जहां पदयात्रियों ने घाट की सफाई की गई। रोकडिय़ा हनुमान पर महंत मोनी रामदास महाराज ने पद यात्रियों का स्वागत किया। महंत ने कहा कि जहां प्रकृति है, वहीं अध्यात्म होता है। एक ही जीवन है और अध्यात्म प्रवृत्ति है। यात्रा विश्वकर्मा धाम, श्रृंगी ऋषि मंदिर होते हुए राम दरबार गौमती घाट पहुंची। जहां गायत्री परिवार द्वारा स्वयं का शुद्धिकरण कर घाट पर तर्पण कर दीप जलाए। सेवंत्री रूपनारायण की परिक्रमा कर जागरूकता व कोविड-19 बारे में लोगों को जानकारी देकर सतर्क किया। गायत्री परिवार द्वारा यह सातवीं पदयात्रा है। पदयात्रा में गायत्री प्रकल्प चारभुजा अध्यक्ष रामचंद्र गुर्जर, महंत मोनी रामदास, महंत रघुनाथ दास, सोहनलाल पालीवाल, धनराज पंचोली, महिला मंडल से कैलाशी देवी, मनोहर पालीवाल, तिलकेश पालीवाल व सदस्य उपस्थित थे।