- योजना में जुड़े पंचायत प्रतिनिधियों को वीसी के माध्यम से दिए निर्देश
- डिजिटल गांव योजना जल्दी ही आएगी मूर्तरूप में
राजसमन्द/चेतना भाट। वीसी के माध्यम से पंचायत स्तर तक डिजिटल ग्राम योजना में जुड़े प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए सांसद दीयाकुमारी ने कहा कि सभी अपनी अपनी पंचायत में सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने की शुरुआत करें।
डिजिटल ग्राम योजना को ग्राम तक पहुंचाने के उद्देश्य से राजसमंद जिले की सभी ग्राम पंचायतों में भारत सरकार के कॉमन सर्विस सेंटर स्कीम (सीएससी) के सहयोग से प्रारंभ किए जा रहे विलेज लेवल एंटरप्रेन्योर ( वीएलई) सेंटर से जोड़े गए युवाओं को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से उनको अपने कार्यक्षेत्र और कार्यप्रणाली समझाते हुए सांसद दीयाकुमारी ने कहा कि डिजिटल प्रणाली से जुड़कर राजसमन्द विविध क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाएगा वहीं युवा वर्ग और विद्यार्थियों को डिजिटल शिक्षा के साथ विभिन्न योजनाओं को जानने समझने का अवसर मिलेगा।
18 फरवरी 2020 को की थी शुरुआत:-
मुख्य अतिथि के रूप में सांसद दीयाकुमारी ने डिजि गावँ जन कल्याणकारी योजना का 18 फरवरी को शुभारम्भ किया था, जिसका कार्यन्वयन कॉमन सर्विस सेण्टर द्वारा किया जा रहा है।
राजस्थान से एकमात्र जिला राजसमन्द :-
सूचना प्रौद्योगिकी और संचार मंत्रालय भारत सरकार (कॉमन सर्विस सेण्टर ) द्वारा राजस्थान से एकमात्र, राजसमन्द जिले का भी इस योजना के तहत चयन किया था। जिसकी प्रत्येक ग्राम पंचायत को डिजिटल गांव बनाया जाएगा। राजसमन्द के अलावा वाराणसी और पटना है। वाराणसी पीएम मोदी और पटना केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद का लोकसभा क्षेत्र है।
जिले की 216 ग्राम पंचायतों को डीजी योजना से जोड़ा –
सांसद दीयाकुमारी ने सभी प्रतिनिधियों से अपनी अपनी पंचायत में सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए संवाद किया।
संसदीय क्षेत्र मीडिया संयोजक मधुप्रकाश लड्ढा ने बताया कि राजसमन्द जिले में 216 पंचायत मुख्यालय है। इन सभी पंचायतों पर डिजि गांव योजना के तहत एक एक प्रतिनिधि की नियुक्ति की गई है। जो डिजि गांव योजना को आगे बढाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। योजना जल्दी ही मूर्तरूप में आ जाएगी। वीसी में सीएससी के राजस्थान हेड आशीष पँवार भी उपस्थित थे।