
कोविड 19 टीकाकरण के लिए वर्चुअल प्रशिक्षण आयोजित
राजसमंद, चेतना भाट। कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर जिले में कोविड-19 टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य विभाग तैयारियों में जुट गया है। इसको लेकर शुक्रवार को जिला स्वास्थ्य भवन में वीसी के माध्यम से वचुर्अल प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। जिसमें कोविड-19 के वैक्सी को लगाए जाने के तरिके को चरणबद्ध रूप से बताया गया। पहले चरण के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, चिकित्साधिकारियों एवं अन्य स्टॉफ का वैक्सीनेशन किया जाएगा। प्रशिक्षण में सीमएचओ डॉ. प्रकाशचन्द्र शर्मा ने सभी खण्ड मुख्य चिकित्साधिकारियों को अपने क्षेत्र में स्थित राजकीय एवं निजी चिकित्सा संस्थानों, लेब में कार्यरत अधिकारियों एवं कार्मिकों का डेटा निश्चित प्रारूप में भिजवाने के निर्देश दिए। प्रशिक्षण में जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुरेश मीणा ने कोविड 19 वैक्सीन के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए टीकाकरण सत्र की स्थापना एवं संचालन के बारे में जानकारी प्रदान की। डीएनओ विनित दवे ने कोविड-19 टीकाकरण की मोनिटरिंग एवं सुपरविजन को लेकर जानकारी दी। अब तक ब्लॉक से प्राप्त डेटा की वस्तुस्थिति को साझा किया। जिला समंवयक आईईसी दिलीप श्रीमाली ने कोविड-19 वैक्सीन के लिए प्रभावी संचार, सामुदायिक सहभागिता एवं जागरूकता को लेकर जानकारी दी। इस अवसर पर उपमुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पंकज गौड़, जिला कार्यक्रम प्रबंधक आशीष दाधीच, शहरी कार्यक्रम प्रबंधक कृष्णकांत वसीटा, जिला आशा समंवयक हरिशंकर शर्मा, जिले के सभी खण्ड मुख्य चिकित्साधिकारी, खण्ड कार्यक्रम प्रबंधक, चिकित्साधिकारी प्रभारी, बाल विकास अधिकारी, महिला पर्यवेक्षक, स्वास्थ्य मार्गदर्शिका, कोल्ड चैन हैण्डलर, डेटा एंट्री ऑपरेटर आदि उपस्थित थे।
मनरेगा श्रमिकों के कार्य में समय परिवर्तन
राजसमंद। जिला कार्यक्रम समंवयक एवं जिला कलक्टर अरविंद कुमार पोसवाल ने आदेश जारी कर महात्मा गांधी नरेगा श्रमिकों के कार्य में समय परिवर्तन किया है। मनरेगा में परिर्वतित समय प्रात: 9 बजे से सायं 5 बजे तक रहेगा। जिसमें एक घंटा विश्राम का सम्मिलित है। परिवर्तित समय शनिवार 19 दिसम्बर से प्रभावी होगा। इसमें महात्मा गांधी नरेगा योजना के अंतर्गत स्थानीय परिस्थितियों को देखते हुए पूर्व में निर्धारित समय प्रात: 7 से दोपहर 3 बजे तक के समय में परिवर्तन किया गया है। पोसवाल ने बताया कि कोई श्रमिक समूह से पूर्व निर्धारित टास्क के अनुसार कार्य पूर्ण कर लेता है तो वह कार्य की माप मेट के पास उपलब्ध मस्टररोल में अंकित टास्क प्रपत्र में करवाने एवं समूह के मुखिया के हस्ताक्षर के उपरांत कार्यस्थल छोड़ सकता है।