चौकड़ी में बीमार वृद्धा को आवाज देकर दरवाजा खुलवाया था, चाकू दिखाकर लूटे थे गहने, एक महीने बाद तीनों आरोपी गिरफ्तार

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प्रहलाद गोठवाल की रिपोर्ट

रेलमगरा। थाना क्षेत्र के चौकड़ी में करीब एक महीने पूर्व 72 वर्षीय वृद्धा के साथ हुई लूट का पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया। आरोपियों से कई आपराधिक मामले खुलने की संभावना है। इस पूरे मामले के लिए पुलिस लंबे समय के मशक्कत कर रही थी। सूत्रों के अनुसार पुलिस अधीक्षक भूवन भूषण यादव से प्राप्त निर्देशों पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश गुप्ता, नाथद्वारा वृत्त निरीक्षक रोशन पटेल के नेतृत्व में रेलमगरा थाना अधिकारी छगन पुरोहित ने पुलिस की एक विशेष टीम गठित कर अज्ञात बदमाशों की कई स्थानों पर तलाशी की। इस प्रकार के वारदातों को अंजाम देने वाले अपराधियों की छानबीन की। इसके साथ ही पुलिस ने अपने मुखबीरों को एक्टिव कर सनसनीखेज लूट का पर्दाफाश करने में कामयाबी हासिल की।

थानाधिकारी छगन पुरोहित ने बताया कि 11 अगस्त की शाम करीब 7:15 बजे चौकड़ी में 72 वर्षीय वृद्धा चांदी बाई पत्नी खेमराज कुम्हार जो कि चौकड़ी उसके पीहर में अकेली ही रहती हैं। घटना के दौरान तबीयत खराब होने से दरवाजा बंद कर सो रही थी उस दौरान दो बदमाश अपने घर के बाहर आवाज देकर दरवाजा खुलवाया। दरवाजा खुलने के साथ ही दोनों बदमाश वृद्धा को धक्का देकर घर में प्रवेश कर गए और दरवाजे को बंद कर वृद्धा का मुंह हाथ से दबा कर चाकू की नोक पर मारपीट कर सोने के कान के दो टॉप, सोने की कान की ओगणिया, सोने की चेन व सोने का मादलिया लूट लिया। इसके बाद वृद्धा को मारपीट करते हुए कमरे में बंद कर बाहर खड़े अपने तीसरे साथी के साथ बाइक पर बैठकर फरार हो गए। इस सूचना पर पुलिस ने नाकाबंदी की और मौके पर जाकर सारा घटनाक्रम समझा। पुलिस ने अपने तरीके से अनुसंधान करते हुए मुखबिरों की सहायता से आरोपियों की शिनाख्त करने में कामयाब रही। इसके बाद लगातार आरोपियों की तलाश के लिए दबिश दी जा रही थी लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। सोमवार को मुखबिर से पुलिस को फतहनगर से तीनों आरोपियों को बिना नंबर की बाइक पर सवार होकर रेलमगरा की ओर आने की सूचना मिली। इस पर पुलिस की विशेष टीम द्वितीय थाना अधिकारी दिलीप सिंह शक्तावत, एसआई शांति लाल मीणा, हेड कांस्टेबल मांगू सिंह, कांस्टेबल भंवर सिंह चुंडावत, लक्ष्मण सेन, अजय कुमार ने फतहनगर सनवाड़ के बीच बिना नंबर की बाइक पर जाते तीनों बदमाशों को धर दबोचा और थाने पर लाकर पूछताछ की। पूछताछ के दौरान बदमाशों ने लूट की वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया। इस पर पुलिस ने रतनलाल पिता भंवर लाल गाडरी उम्र 23 वर्ष निवासी एरा हाल सुवानिया, गंगरार चित्तौड़गढ़, गोविंद सिंह पिता देवी सिंह चुंडावत उम्र 22 वर्ष निवासी तिलोली आसींद भीलवाड़ा, मोनू पिता गजराज उर्फ लाला राम वैष्णव उम्र 20 वर्ष निवासी जगपुरा, बदनोर हाल आसींद को वारदात में उपयोग लेने वाली स्टार सिटी बाइक के साथ गिरफ्तार किया।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस थाना क्षेत्र के अन्य चोरी व लूट की वारदात सहित अन्य स्थानों पर हुई वारदातों का भी खुलासा करने के लिए आरोपियों से कड़ी पूछताछ कर रही है अन्य वारदातें भी खुलने की संभावनाएं बनी हुई है।

पूर्व में भी दो आरोपी दे चुके हैं 5 बड़ी चोरियों को अंजाम

पुलिस से प्राप्त सूचना के आधार पर गोविंद सिंह व मोनू वैष्णव ने जो की डेढ़ वर्ष से एक दूसरे के संपर्क में थे। जिन्होंने तिलोली में एक मकान से सोने के जेवरात, आसींद में महाजन के सूने मकान के ताले तोड़कर सोने-चांदी के आभूषण, जगपुरा बदनोर में मकान से सोने चांदी के जेवरात, प्रतापपुरा आसींद विद्यालय की प्रिंसिपल के यहां से सोने चांदी के आभूषण व आसींद से एक मारुति कार चोरी की वारदातों को अंजाम दिया है। सभी मामलों में आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया था। इसके बाद 16 मई को गोविंद सिंह व 10 जुलाई को मोनू वैष्णव जमानत पर रिहा हुआ और नई वारदात को अंजाम देने के लिए लंबे समय तक रेलमगरा क्षेत्र में रेकी की और 72 वर्षीय वृद्धा को घर में अकेला पाकर लूट की वारदात को अंजाम दिया। थानाधिकारी छगन पुरोहित ने बताया कि सनसनीखेज लूट के खुलासे में कांस्टेबलभंवर सिंह चुंडावत एवं कांस्टेबल लक्ष्मण सेन का योगदान रहा।

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