राजसमंद, चेतना भाट। स्क्रबटाईफस, मलेरिया एवं डेंगू जैसी घातक बीमारियों से आमजन को बचाने के लिए आवश्यक तैयारीयां पूरी रखें तथा सभी चिकित्साधिकारी प्रभारियों को अपने क्षैत्र में विभिन्न मौसमी बीमारियों से ग्रस्त मरीजो एवं उनके स्वास्थ्य की वस्तुस्थिति तथा सम्बन्धित क्षैत्र में बीमारियों के रोकथाम के तुरंत उपाय सुनिश्चत करें। कोविड-19 के साथ साथ हमे इस और विशेष ध्यान देना है जिससे जनस्वास्थ्य को लेकर कोई समस्या पैदा नही हो। यह निर्देश राज्य परियोजना अधिकारी मातृ स्वास्थ्य एवं जिला विभागीय प्रभारी अधिकारी डॉ. तरूण चौधरी ने जिला स्तर पर स्वास्थ्य भवन में आयोजित सभी चिकित्सा अधिकारियों की समीक्षा बैठक में दिए। उन्होंने कहा कि आशाओं एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के माध्यम से चिकित्साधिकारी अपने क्षैत्रों तत्काल एक्टीव सर्विलांस का कार्य शुरू करें। उन्होंने मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए कहा कि जिला स्तर से लेकर गांव स्तर के कार्यकर्ताओं के बीच सूचनाओं को लेकर सम्प्रेषण में कोई कमी नही आनी चाहिए। जिला स्तर पर जिले के बाहर अथवा जिला चिकित्सालय, उपजिला चिकित्सालय से किसी भी बीमारी के पॉजिटिव केस की सूचना मिलने पर तुरंत उस क्षैत्र के स्वास्थ्य कार्यकर्ता तक पहुंचनी चाहिए। जिससे संक्रामक रोग की रोकथाम की कार्यवाही की जा सकें। बैठक में सीएमएचओ डॉ. जेपी बुनकर ने बताया कि चिकित्साधिकारियों से कहा कि टीम भावना से कार्य करें तथा नियमित समीक्षा कर कमियों एवं क्रियान्वयन में आ रही समस्याओं का निवारण करें। बैठक में जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुरेश मीणा ने कहा की जिलें में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य से कार्यक्रमों को और अधिक प्रभावी तरीके से मोनिटर किया जाएगा तथा सभी चिकित्सा अधिकारी प्रभारियों को निर्देश दिए की वे राज्य सरकार द्वारा संचालित कार्यक्रमों एवं योजनाओ के क्रियान्वयन को लेकर गंभीरता बरते तथा कोई समस्या होने पर तुरंत जिला स्तर पर संपर्क करें। बैठक में प्रमुख चिकित्सा अधिकारी आरके जिला चिकित्सालय डॉ. ललित पुरोहित, जिला प्रभारी औषधी भण्डार डॉ. अनिल जैन, सभी खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी, खंड कार्यक्रम प्रबंधक, चिकित्सा अधिकारी प्रभारी उपस्थित थे।
