
किसानों के लिए योजनाएं ग्राम्य स्तर तक पहुंचाने की आवश्यकता : आंजना
राजसमन्द जिले में नव सृजन तीन सहकारी समिति को मिला पंजियन प्रमाण पत्र
राजसमंद में 12 कस्टम हायरिंग केन्द्रों का शुभारम्भ
राजसमंद, चेतना भाट। राज्य सरकार की ओर से वर्ष 2020-21 के बजट घोषणा की क्रियान्विति के क्रम में सोमवार को दी उदयपुर सेन्ट्रल को-ऑपरेटिव बैक लि उदयपुर कार्यक्षेत्र अन्तर्गत राजसमन्द जिले की 12 चयनित सहकारी समितियों सहित कुल 15 समितियो को कृषि उपकरण हस्तांतरित कर कस्टम हायरिंग केन्द्रो का शुभारम्भ किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधानसभा अध्यक्ष एवं नाथद्वारा विधायक डॉ. सीपी जोशी, विशिष्ट आतिथ्य संभागीय आयुक्त उदयपुर सीताराम भाले, जिला कलक्टर अरविन्द कुमार पोसवाल, कांग्रेस जिलाध्यक्ष देवकीनन्दन गुर्जर, प्रदेश कांग्रेस कमेटी सदस्य हरिसिंह राठौड़, पूर्व जिला प्रमुख नारायणसिंह भाटी, नाथद्वारा पालिकाध्यक्ष मनीष राठी, उपाध्यक्ष श्यामलाल गुर्जर, राजसमंद कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष शांतिलाल कोठारी, पार्षद दिनेश एम जोशी, गोपेश बागोरा, कमलेश कुमावत थे। जबकि अध्यक्षता सहकारिता मंत्री एवं प्रभारी मंत्री उदयलाल आंजना ने की। समारोह के आरम्भ में अतिथियों ने मॉ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की। इसके पश्चात् उप रजिस्ट्रार सहकारी समितियां राजसमन्द व प्रबन्ध निदेशक सीसीबी उदयपुर आलोक चौधरी ने स्वागत उद्बोधन दिया। चौधरी ने बताया कि राज्य सरकार की बजट घोषणा वर्ष 2020-21 की क्रियान्विति के अन्तर्गत 100 चयनित ग्राम सेवा सहकारी समितियो को कस्टम हायरिंग सेन्टर के रूप में स्थापित किया जाना है। जिसमें राज्य में सबसे ज्यादा राजसमन्द जिले में 12 ग्राम सेवा सहकारी समितियों को इस योजना में लाभान्वित किया गया है जो कि विधानसभा अध्यक्ष डॉ जोशी के व्यक्तिगत प्रयासो से ही संभव हुआ है। समारोह को संबोधित करते हुए विधानसभा अध्यक्ष डॉ सीपीजोशी ने लघु एवं सीमान्त किसानों तथा पिछड़े वर्ग को ध्यान में रखते हुए बनाई गई राज्य सरकार की इस विशेष योजना को क्षेत्र के विकास के लिए महत्वपूर्ण बताया। साथ ही सभी ग्राम सेवा सहकारी समितियों के अध्यक्षों एवं व्यवस्थापकों को विशेष आहवान करते हुए योजना का लाभ क्षेत्र के अन्तिम व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध रहने को कहा गया। साथ ही उनके द्वारा जिले में पृथक से जिला दुग्ध संघ की स्थापना एवं केन्द्रीय सहकारी बैक की स्थापना के लिए विभाग के मंत्री उदयलाल आंजना से कार्यवाही किए जाने के लिए आवश्यकता जताई गई। जिससे विभाग से संबधित सभी प्रकार की योजनाओं का लाभ आम-जन द्वारा लिया जा सके। समारोह के अन्त में आभार अतिरिक्त रजिस्ट्रार सहकारी समितियां खण्ड उदयपुर अश्विनी वशिष्ठ ने ज्ञापित किया। संचालन डालचंद कुमावत लवाणा ने किया।

समिति सदस्य के किसान ले सकेंगे किराये पर कृषि उपकरण
सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देशानुसार सहकारिता क्षेत्र में नवाचार करने एवं किसानो के लिए हितकारी विभिन्न प्रकार की योजनाओं को ग्राम स्तर तक पहुंचाने एवं उनका लाभ प्रत्येक काश्तकार को दिलाने के उद्देश्य से राजस्थान में सहकारिता विभाग की योजनाओं को वृहत स्तर पर प्रचारित करने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री बजट घोषणा की क्रियान्विति के क्रम में राज्य की 100 चयनित ग्राम सेवा सहकारी समितियों में कस्टम हायरिंग सेन्टर की स्थापना कर 10 लाख रूपये तक के कृषि उपकरण खरीद कर समिति कार्यक्षेत्र के किसानो को उन्नत कृषि यंत्र किराये पर दिए जाने के प्रावधान अनुरूप योजनान्तर्गत प्रति समिति 10 लाख रूपये तक के कृषि उपकरण खरीदे जाएंगे। जिसमें से 80 प्रतिशत यानि 8 लाख का अनुदान देय होगा एवं 20 प्रतिशत राशि संबधित समिति द्वारा वहन की जावेगी। उक्त योजना राज्य के कृषकों विशेषकर लघु एवं सीमान्त कृषको को जो सीमित आय के कारण मंहगे कृषि उपकरणो को क्रय करने में सक्षम नही है के लिए प्रवर्तित की गई है। योजनान्तर्गत बैंक कार्यक्षेत्र की चयनित समितियों में ट्रैक्टर, रोटावेटर, कल्टीवेटर, सीड कम फर्टीलाइजर ड्रिल, डिस्क प्लो आदि उपकरण क्रय कर समिति के संबधित कार्यक्षेत्र के सदस्य कृषक अपनी आवश्यकतानुसार कृषि उपकरण उचित दर पर किराये पर ले सकेगें। साथ ही विधानसभा अध्यक्ष द्वारा जताई गई जिला दुग्ध संघ एवं पृथक केन्द्रीय सहकारी बैंक के गठन को लेकर आवश्यक कार्यवाही किए जाने का आश्वासन दिया गया।

जिले में नवसृजित तीन समितियों का पंजियन
कार्यक्रम के अन्तर्गत अतिथियों द्वारा कस्टम हायरिंग योजनान्तर्गत चयनित राजसमन्द जिले की 12 एवं उदयपुर जिले की 3 समितियो के अध्यक्षगणो व व्यवस्थापको को ट्रैक्टर एवं अन्य उपकरण हस्तांतरित किए गए। साथ ही राज्य सरकार की ऑनलाईन फसली ऋण वितरण योजना में जिले की विभिन्न ग्राम सेवा सहकारी समितियों के 30 सदस्य काश्तकारो को 9 लाख रूपये का ऋण वितरण भी किया गया। कार्यक्रम में राजसमन्द जिले की 3 नवगठित फतेहपुर, नेगडिया एवं सांसेरा समिति को पंजीयन प्रमाण पत्र, लैपटॉप व पैक्स डवलपमेन्ट फण्ड से प्रति समिति 25 हजार रूपये की सहायता राशि के चैक प्रदान किए गए।