
सौभाग्य मुनि की द्वितीय मासिक पुण्यतिथि पर गुणा नुवाद सभा का आयोजन
राजसमंद, चेतना भाट। सौभाग्य मुनि कुमुद की द्वितीय मासिक पुण्य तिथि पर शनिवार को श्रीवर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ कांकरोली के तत्वावधान में विदुषी उप परवर्तिनी डॉ. रवि रश्मि आदि ठाणा 4 के सान्निध्य में गुरुगुणा नुवाद सभा का आयोजन किया गया। गुरु अंबेश सौभाग्य नवयुवक मंडल कांकरोली महामंत्री भैरूलाल हिंगड़ ने बताया कि सभा को सम्बोधित करते हुए साध्वी ने कहा कि गुरुदेव करुणा के सागर बनकर जीए और जन-जन की आस्था बन गए। उनकी आत्मा जहां भी रहेगी श्रेष्ठतम रहेगी। साध्वी बताया कि श्रमण संघीय महामंत्री जिन शासन के देदीप्यमान नक्षत्र थे। उनके जीवन का प्रत्येक क्षण और शरीर का कण-कण परमार्थ की सेवा में समर्पित रहा। इसी वजह से वे जैन जैनेत्तर लोगों के बीच भगवान तुल्य आदर और प्रतिष्ठा पाते रहे। पदवियांभी छोटी थी उनके गुणों के सामने ऐसे महान संत की क्षतिपूर्ति करना मुश्किल ही नहीं असंभव है। उन्होंने अपने जीवन में जीवदया, मानव सेवा संगठन, समाज सेवा आदि अनेक कार्य किए। उनके गुणों के सामने पदवियां भी छोटी पड़ती हैं। साध्वी मृगांक रश्मि ने कहा कि गुरुदेव ने जीवनभर परोपकार के कार्य किए। लोगों को उनके आदर्शों के अनुसरण का संकल्प लेना चाहिए। इस अवसर पर श्रीसंघ अध्यक्ष देवीलाल हिंगड़, हरकलाल चपलोत, दलपतसिंह बोल्या, राजेन्द्र सुराणा, प्रवीण बोल्या, ज्ञानचंद हिंगड़, कमल पीपाड़ा, संजय बोल्या, संपतलाल चंडालिया आदि सहित कई श्रावक-श्राविकाएं उपस्थित थे।