कंगना ने शेयर की बचपन की फोटो, भाई और भाभी के साथ जा सकती है अंबिका मंदिर

0

उदयपुर। अपनी तेज तर्रार छवि से हमेशा सुर्खियों में रहने वाली बॉलीवुड कंगना रनौत के भाई अक्षत की शादी लेकसिटी की में होने जा रही है। कंगना कई दिनों से अलग-अलग रस्मों की वीडियो सोश्यल मीडिया पर शेयर कर रही है। लेकिन हाल ही में कंगना ने अपने भाई अक्षत और परिवार वालों के साथ एक फोटो शेयर कर उस पर इमोशनल नोट भी लिखा। कंगना ने लिखा कि इस फोटो में अक्षत का चेहरा मुझे पुराने दिनों की याद दिला रहा है। जब वह बड़ा हो रहा था तो मैं उसे काफी परेशान किया करती थी। आज छोटा भालू बड़ा हो गया है। आदमी बन गया है। वे बचपन के दिन मुझे याद आ रहे हैं, ऐसा लग रहा है मानो कल की ही बात हो।
इसके अलावा कंगना रनौत ने भाई की शादी का कार्ड भी शेयर किया। उन्होंने लिखा कि मेरे और पूरे परिवार के लिए बहुत ही शानदार समय है। मैं भाई की शादी होस्ट कर रही हूं, जो कि एक डेस्टिनेशन वेडिंग है उदयपुर में। कार्ड के अनुसार दस नवंबर को शाम चार बजे शीश महल में पूरा परिवार डिनर करेगा। इससे पहले पैलेस के इर्द-गिर्द बोट राइट लेना। माना जा रहा है कि शादी के बाद वो अपने भाई और भाभी के साथ उदयपुर के जगत गांव में बिराजी अंबिका माता मंदिर में जा सकती है। वो नवदंपती को धोक लगाने की परपंरा का निर्वाह करवाने के बाद ही यहां से पूरा परिवार प्रस्थान करेंगा। बता दें कि ये जानकारी खुद कंगना ने सोशल मीडिया पर दी है। कंगना ने ट्वीट कर बताया कि उनके भाई अक्षत की शादी 10 नवम्बर को होने जा रही है। इसके लिए वे जल्द ही उदयपुर पहुंचेगी। कंगना ने बताया कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए एहतियातन वे अपने माता-पिता को इस कार्यक्रम से दूर रखेंगी। शादी में सीमित मेहमान ही होंगे। भाई की शादी के लिए उदयपुर को चुनने के पीछे भी एक बड़ी वजह हैए खुद कंगना ऐसा मानती है कि उनके पूर्वज मेवाड़ से ही गए थे। इसी वजह से उनका बचपन से ही मेवाड़ से गहरा नाता रहा है। उनकी कुलदेवी मां अम्बिका भी जगत गांव में ही बिराजमान है।

नवदंपति के साथ जगत के अम्बिका मन्दिर जा सकती है कंगना

माना जा रहा है कि कुलदेवी के दर्शन के लिए शादी से पहले या नवदंपति के साथ कंगना जगत गांव जा सकती है। जगत में महिषासुर मर्दिनी की प्रतिमा बिराजमान है जो कंगना की कुलदेवी है। कंगना का परिवार सालों पूर्व इसी गांव से हिमाचल जाकर बस गया था। कुछ साल पूर्व कंगना जगत से अम्बिका माता की ज्योत लेकर गई थी और हिमाचल के अपने गांव में वैसा ही मंदिर बनवाया था। अम्बिका मंदिर को राजस्थान का मिनी खजुराहो भी कहा जाता है। ये बहुत पुराना और स्थापत्य कला का बेजोड़ नमूना है।

नोट : आप अगर कंगना रनोत की कुलदेवी अम्बिका माता मंदिर की पूरी हिस्ट्री देखना चाहते है तो हमारे युट्यूब चेनल The udaipur updates पर जाकर पूरा वीडियो देखें। लिंक नीचे दिया गया है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here