
राजसमंद, चेतना भाट। जिला कलक्टर अरविंद पोसवाल के निर्देशो पर जिला प्रशासन के तत्वावधान में जिलेभर में कोरोना संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम के लिए आमजन को जागरूक करने के उदे्श्य से ऑपरेशन नेगेटीव संचालित किया जा रहा है। अभियान के तहत चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से शहर में नर्सिंग छात्र-छात्राओं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं आशा द्वारा दूकानों, ऑटो, बैंक के विभिन्न एटीएम स्थानो पर जागरूकता सम्बन्धी फ्लेक्स प्रदर्शित किए गए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रकाश चन्द्र शर्मा ने बताया की कोरोना को लेकर अभी लोगो को लापरवाही नही बरतनी है। कोरोना से बचाव के लिए मास्क पहनने, दो गज की दूरी बनाए रखने तथा बार-बार साबुन से हाथ धोना आवश्यक है। अभियान के तहत शहर में 10 टीमो का गठन कर, उनके माध्यम से दूकानो पर दूकानदार जो मास्क ना लगाए, वो खाली हाथ वापस जाए, ऑटो वाले अंकल जो मास्क ना लगाएं, उसे बिल्कुल ना बैठाएं, गार्ड अंकल जो मास्क ना लगाए, उसे घर भेजा जाए जैसे स्लोगन वाले फ्लेक्स को समुचित स्थानो पर प्रदर्शित किए गए। जागरूकता टीमो द्वारा दूकानदारों, ऑटो चालक व एटीएम पर नियोजित गाड्र्स से संपर्क कर उन्हे कोरोना प्रॉटोकॉल के बारे में जानकारी दी तथा कोरोना रोकथाम के लिए सहयोग देने की अपील की। उन्होंने बताया की ऑपरेशन नेगेटीव के तहत शहर के जलचक्की चौराहा, द्वारकेश चौराहा, बाण्डियावाला कोयड़ चौराहा, कांकरोली बस स्टेण्ड, मुखर्जी चौराहा, धोईन्दा चौराहा, टीवीएस चौराहा, राजनगर बस स्टेण्ड, फव्वारा चौक, सनवाड़ चौराहा पर जागरूकता टीमों का नियोजन किया गया है जो दिन भर अपने अपने क्षैत्रो में लोगो से संपर्क कर उन्हे कोरोना को लेकर सर्तकता बरतने के लिए समझाइंश की। एपिडिमियोलोजिस्ट हरिश कुमार पलासिया इन टीमो द्वारा किए जा रहे कार्यो की मोनिटरिंग कर रहे है। सीएमएचओ डॉ प्रकाश चन्द्र शर्मा ने जानकारी दी कि विभाग द्वारा प्रतिदिन बड़ी संख्या में सेम्पल लिए जा रहे है। उन्होंने कहा जिस भी व्यक्ति को कोरोना के लक्षण खांसी, सर्दी, जुखाम व बुखार, शरीर में दर्द, गले में खराश हो उनको नजदीकी चिकित्सा संस्थान पर जा कर कोरोना जांच करवानी चाहिए। जिससे कोरोना का उपचार किया जा सके तथा संक्रमण को रोका जा सके।
जिला संसाधन सहायता समिति की ऑनलाईन बैठक आयोजित
राजसमंद। जिला संसाधन सहायता समिति की ओर से गुरुवार को सेठ रंगलाल कोठारी राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में गूगल मिट के माध्यम से ऑनलाईन बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें जिले सभी राजकीय महाविद्यालयों के प्राचार्य एवं उनके प्रतिनिधि उपस्थित रहे। बैठक की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ. रचना तैलंग ने की। उन्होंने बताया कि इसमें आयुक्तालय कॉलेज शिक्षा जयपुर से डॉ. पंकज माथुर, ओआईसी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। बैठक का संयोजन वनस्पतिशास्त्र सह आचार्य डॉ. दिनेश हंस ने किया। बैठक में जयपुर द्वारा सभी संकाय सदस्यों को महाविद्यालय में 5:15 घण्टे के ठहराव को सुनिश्चित कराए जाने को लेकर पाबन्द किए जाने के निर्देश दिए गए। इस दौरान संसाधनों के साझा किए जाने के सम्बन्ध में राजकीय महाविद्यालय भीम में विज्ञान संकाय में सभी संकाय सदस्यों के पद रिक्त होने से उन्होने संकाय सदस्यों की व्यवस्था करने के लिए कहा। जिस पर नोडल प्राचार्य ने स्थानीय महाविद्यालय व जिले के अन्य महाविद्यालय से व्यवस्था कराने का आश्वासन दिया। स्थानीय महाविद्यालय प्राणीशास्त्र विभाग सह आचार्य प्रेमसिंह चौहान ने कहा कि यदि प्राणीशास्त्र विषय में मुझे राजकीय महाविद्यालय भीम में कार्य व्यवस्थार्थ लगा दिया जाए तो छात्रों को पाठ्यक्रम सम्बन्धी आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराने के लिए मैं स्वयं तैयार हूं। राजकीय महाविद्यालयए कुुंभलगढ़ व राजकीय महाविद्यालय रेलमगरा के पीडी खाता खुलवाने के लिए ओआईसी डॉ. पंकज माथुर से निवेदन किया गया। सेठ मथुरादास बिनानी राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नाथद्वारा प्राचार्य डॉ. शशि सांचीहर ने पुस्तकालय का मुद्दा उठाया और बताया कि महाविद्यालय का पुस्तकालय कई वर्षों से बन्द पड़ा हुआ है। जिसके संचालन की व्यवस्था करवाई जाए। इस पर नोडल प्राचार्य डॉ. रचना तैलंग ने पुस्तकालय के संचालन के लिए समिति गठित कर तथा महाविद्यालय विकास समिति से कर्मचारी को रखकर पुस्तकालय खुलवाने की व्यवस्था करने का सुझाव दिया। महाविद्यालयों में संचालित पाठ्यक्रमों का विश्वविद्यालय से स्थायी सम्बद्धता अतिशीघ्र कराने का प्रस्ताव लिया गया ताकि राजकीय राशि का दुरूपयोग नहीं हो।