देलवाड़ा। भाजपा जिलाध्यक्ष वीरेंद्र पुरोहित की अनुशंसा पर आत्मनिर्भर भारत अभियान के जिला संयोजक पूर्व विधायक बंशीलाल खटीक ने नाथद्वारा ग्रामीण मंडल के आत्मनिर्भर भारत अभियान के संयोजक पद पर पंचायत समिति सदस्य एडवोकेट अशोक वैष्णव को नियुक्त किया। वैष्णव के संयोजक बनने पर देलवाड़ा मंडल के कार्यकत्र्ताओं ने खुशी व्यक्त करते हुए पंचायत समिति सदस्य अमरसिंह राठौड़ नला के नेतृत्व में संयोजक एडवोकेट अशोक वैष्णव का देलवाड़ा बस स्टैंड पर स्वागत किया। वैष्णव ने बताया कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिये आत्मनिर्भर भारत अभियान की शुरुवात की है, जिसमे देश के बड़े शहरों से लेकर गांव ढाणी तक आत्मनिर्भर अभियान के तहत जनजागरण अभियान चलाया जा रहा है। इस अवसर पर देवीसिंह राठौड़ नला, नारायणलाल सहित भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे।
पिंजरे में कैद हुआ दो वर्ष का शावक
4 घण्टे बाद राजसमंद आया गश्ती दल
खमनोर। समीपवर्ती ग्राम पंचायत सेमा में लंबे समय से पेंथर का आतंक व्याप्त था। वन विभाग द्वारा पूर्व में कई बार पिंजरा लगाकर पैंथर को पकडऩे के प्रयास किए, लेकिन पैंथर पिंजरे में नहीं आया। गत दिनों 21 सितम्बर को वनविभाग द्वारा सेमा ग्राम पंचायत के कतुरिया का पाड़ा में पिंजरा लगाया गया। लेकिन काफी प्रयासो के बाद भी पेंथर पिंजरे में नही आया। विभाग की ओर से लगाए गए पिंजरे के अगले हिस्से में बुधवार देर रात को ग्रामीणों ने गधे के बच्चे को छोड़ दिया गया। सुबह करीब 5 बजे खेत की ओर जा रहे किसान ने पिंजरे में हल चल की आवाज सुनी तो पिंजरे के पास में जाकर देखा तो पिजरे में नर पेंथर कैद हो गया। पैंथर की उम्र 2 वर्ष बताई जा रही है। िकसान ने सरपंच को सुचना दी सरपंच संदीप श्रीमाली ने मौके पर पहुंचकर वन विभाग को सूचना दी। पैथर के पिंजरे में कैद होने की सूचना मिलते ही गाँव के महिला व पुरुष पैथर को देखने के लिए मोके पर पहुँचे एव मोबाइल से पेंथर के फोटो ओर वीडियो बनाये। ग्रामीणो को देखर पेंथर ने अपने आप को बचाने के लिए पिंजरे से बाहर निकलने का प्रयास किये जिसके कारण पेंथर के मुँह से खून निकलने लग गए। सूचना पर खमनोर थाने से सहायक उप निरीक्षक रामसिंह यादव, घनश्यामसिंह, आम सूचना अधिकारी चोखा राम विश्नोई, कास्टेबल प्रवीण कुमार, मोहन, रमेश जोशी मौके पर पहुँचे एवं पिंजरे के आसपास से लोगो को हटाया। कुछ समय बाद वन विभाग से वनपाल राजेश मेहता, वनपाल रतन लाल, वनरक्षक नंदू गमेती मौके पर पहुंचे कर राजसमन्द गस्ती दल को सुचना दी। करीब 10 बजे गस्ती दल में गार्ड हुक्म चन्द्र, सुरेश कुमार, वाहन चालक लच्छीराम सेमा पहुँचे जहाँ से पेंथर के पिंजरे को ग्रामीणों की सहायता से गाड़ी में भरकर पीपरड़ा नर्सरी लेकर गए जहां पर पेंथर का इलाज करवाकर सुरक्षित जगह छोड़ दिया गया।